पीएम मोदी ने Delhi-Mumbai Expressway के पहले फेज का किया उद्घाटन, 5 नहीं सिर्फ 3.5 घंटे में दिल्ली से जयपुर
(रणभेरी): राजधानी दिल्ली से जयपुर जाने वाले लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज खास तोहफा दिया है। चुनावी साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार राजस्थान पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण का उद्घाटन किया, उसके बाद जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। पीएम ने कहा आज एक्सप्रेसवे के पहले चरण में दिल्ली-दौसा-लालसोट हिस्से का लोकार्पण हुआ है, जिससे दौसा, अलवर, टोंक, बूंदी और टोंक को लाभ मिलेगा। इससे दिल्ली आना-जाना बहुत आसान होगा। दिल्ली जैसे बड़े बाजार तक दूध-सब्जी और फल समेत उत्पाद पहुंचाना किसानों के लिए आसान हो जाएगा। मैं आप सभी को प्रगति पथ की बहुत बधाई देता हूं। इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के चलते अब लोग पांच घंटे की जगह साढ़े तीन घंटे में ही जयपुर जा सकेंगे। पीएम ने इसी के साथ 18,100 करोड़ रुपये से अधिक की सड़क विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
राजस्थान के दौसा में एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने पर पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों से केंद्र सरकार लगातार बुनियादी ढांचे में भारी निवेश कर रही है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान और देश के लिए प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब ऐसी आधुनिक सड़कें, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, मेट्रो बनते हैं तो देश की प्रगति होती है। मोदी ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला निवेश, दूसरे तरह के निवेश को भी आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। यह राशि 2014 में प्रावधानित राशि का पांच गुना है और इस निवेश से राजस्थान को काफी फायदा होने वाला है।पीएम ने एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद दौसा में राष्ट्रीय सड़क परियोजना प्रदर्शनी का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,386 किमी की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। यह दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी को 12 प्रतिशत घटाकर 1,424 किमी से 1,242 किमी कर देगा, जबकि यात्रा के समय में वर्तमान 24 घंटे से 12 घंटे तक 50 प्रतिशत की कमी आएगी। एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा और कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।