वाराणसी में काले झंडे दिखाने पर ममता बनर्जी बोलीं-तुम हार रहे हो और यह काला झंडा नहीं यह डर है तुम्हारा।
वाराणसी (रणभेरी): समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार करने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार शाम बनारस पहुंचीं। लालबहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ममता सीधे दशाश्वमेध घाट के लिए निकलीं। इसके बाद ममता के ऊपर तीन बार काला और भगवा झंडा दिखाया गया। चेतगंज चौराहे के पास प्रदर्शनकारियों को देख ममता ने अपनी फ्लीट रूकवा दी। हाथों में काला झंडा लिए छह से आठ की संख्या में प्रदर्शनकारियों के सामने ममता चुपचाप खड़ी हो गईं। करीब 20 मिनट तक प्रदर्शनकारी जयश्रीराम के नारे लगाए और ममता के मुंह पर काले झंडे भी फेंके, जिन्हे सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया। चेतगंज पुलिस की प्रदर्शनकारियों की धक्कामुक्की हुई। इस दौरान ममता ने कहा कि हार के डर से यह सब हो रहा है। अब बिना हराए यहां से नहीं जाऊंगी।
गोदौलिया पर भाजपा और हिंदु युवा वाहिनी ने काला झंडा दिखाया। पुलिस ने युवाओं को किनारे किया। ममता वापस जाओ और जय श्रीराम के नारे भी लगे। आरती देखने जब ममता दशाश्वमेध घाट पहुंचीं तो वहां भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इसे लेकर सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत भी हुई।वही ममता को हिंदू विरोधी बताकर प्रदर्शन करने वाले आरोपियों को चेतगंज पुलिस ने हिरासत में लिया है।
ममता बनर्जी बुधवार शाम को आम श्रद्धालुओं की तरह घाट की सीढ़ियों पर बैठकर गंगा आरती शुरू होने का इंतजार करने लगीं। आयोजकों ने जब ममता को कुर्सी पर बैठकर आरती देखने का अनुरोध किया तो उन्होंने मना कर दिया। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने उनका स्वागत किया।ममता की सादगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गंगा सेवा निधि की ओर से इनके लिए घाट पर कुर्सियां लगाई गई थी, लेकिन ममता ने कहा कि मां गंगा की आरती घाट की सीढ़ियों से देखूंगी। तय समय से आरती आरंभ हुई और ममता बनर्जी ने सीढ़ी पर ही बैठकर मां गंगा की आरती देखी। पैरों में समस्या होने के कारण पूजन में खुद न जाकर उनके नाम और गोत्र से गंगा पूजन हुआ।