चुनाव खत्म होते ही बढ़ा जेब पर बोझ
*सरसो तेल, अरहर दाल, चना के साथ सब्जी की कीमतों में भी उछाल, पैकेट दूध भी दो रुपए महंगा
वाराणसी (रणभेरी)। चुनाव खत्म होते ही आम आदमी की जेब पर अतिरिक्त बोझ का सिलसिला शुरू हो गया है। टोल टैक्स बढ़ते ही रोडवेज बस से सफर भी महंगा हो गया। यही नहीं सेहत के लिए जरूरी पैकेट दूध का रेट भी अब दो रुपये ज्यादा देना पड़ रहा है। इन सबकी बकायदा घोषणा की गई। लेकिन ऐसी बहुत सी चीजें हैं, जिसके रेट में गुपचुप तरीके से वृद्धि कर दी गई, जिसमें सरसो का तेल, अरहर दाल, चना, किराना के साथ सब्जी की कीमत में जबर्दस्त उछाल आया है। हालांकि पहले से ही महंगाई ने किचन का बजट बिगड़ रखा है।
कार व ट्रक का अलग रेट
वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर टोल प्लाजा से गुजरना अब और भी महंगा हो गया है। हाईवे प्राधिकरण की ओर से टोल टैक्स में 10 से 35 रुपये तक की वृद्धि की गई है। हाईवे प्राधिकरण की नई शुल्क सूची रविवार की रात 12 बजे से लागू हो गई थी। इस टोल से रोज 17 से 18 हजार छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। मोहनसराय से चंदौली जाने पर डाफी टोल प्लाजा और वाराणसी से गाजीपुर मार्ग पर कैथी टोल प्लाजा पर अब ज्यादा टोल देना पड़ रहा है। इन दोनों टोल से भी रोज 12 हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। टोल प्लाजा के मैनेजर श्यामवीर यादव ने बताया कि प्राधिकरण की ओर से एक अप्रैल को ही नई रेट सूची जारी की गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था। चुनाव समाप्त होने के बाद नई रेट सूची जारी कर दी गई है। चार पहिया वाहनों पर सबसे कम 10 रुपये और विशाल आकार वाले वाहनों पर सबसे अधिक 35 रुपये तक टैक्स बढ़ाया गया है। रविवार रात 12 बजे से नई शुल्क सूची लागू कर दी गई है।
लखनऊ तक तीन रुपये बढ़ा किराया
टोल टैक्स बढ़ते ही यूपी रोडवेज ने भी बसों का किराया बढ़ा दिया है। क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा ने बताया कि वाराणसी-लखनऊ जाने पर अब तीन रुपए ज्यादा देना होगा। पहले किराया 467 रुपये था, जो अब बढ़कर 470 रुपये हो गया है। इसी तरह वाराणसी से अयोध्या, आजमगढ़, प्रयागराज रूट पर जाने वाली बसों में प्रति यात्री किराये में एक रुपये की वृद्धि की गई है। वाराणसी से आजमगढ़ का नया किराया 148 रुपये, अयोध्या का 368 व प्रयागराज का 196 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह वाराणसी से प्रयागराज रूट पर चलने वाली जनरथ बस में प्रति यात्री किराया में एक रुपये की वृद्धि की गई है। किराया जो पहले 289 था, अब 290 रुपये कर दिया गया है। वाराणसी से कई रूटों की रोडवेज बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया है।
पैकेट दूध दो रुपये महंगा
आम लोगों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान बीते शनिवार को खत्म हुआ। इसके एक दिन बाद ही अमूल ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। अब मदर डेयरी ने भी ऐसा कर दिया है। तीन जून को मदर डेयरी ने सभी आपरेटिंग बाजारों में अपने लिक्विड मिल्क की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी। वाराणसी में अमूल के बाद मदर डेयरी के दूध की खपत सबसे ज्यादा है। एक अनुमान के तहत 23 हजार लीटर से अधिक मदर डेयरी का दूध वाराणसी में सप्लाई होता है। लगता है कि महंगाई जान लेकर ही रहेगी। चुनाव खत्म होते ही सभी चीजों के दाम बढ़े लगे हैं। इस पर सरकार को अंकुश लगाना चाहिए। चुनाव से पहले राहत दी जाती है, लेकिन खत्म होते ही सितम का सिलसिला जारी हो जाता है। टोल टैक्स बढ़ने से हर चीज के दाम बढ़ेंगे। रोडवेज का किराया और दूध का बढ़ा दाम इसे दिखा रहा है, लेकिन सरसों का तेल, अरहर दाल, चना समेत किराना का हर सामान महंगा हो गया है। टोल टैक्स भी पेट्रोल व डीजल की तरह हो गया है।