बनारस के लक्ष्मण बने सिक्किम के महामहिम, समर्थकों को में ख़ुशी
वाराणसी (रणभेरी): भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का नया राज्यपाल बनाया गया है। जिले के रामनगर के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य पर पार्टी ने हमेशा से ही भराेसा जताया है। संगठन के साथ ही संघ में उनकी गहरी पैठ के कारण उन्हें काफी मजबूत माना जाता रहा है.साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी तैयारियों में और 2019 के चुनावों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिली थी। लगातार सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहने के कारण उन्हें पार्टी ने यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
वह सिक्किम के वर्तमान राज्यपाल गंगा प्रसाद का स्थान लेंगे। उनका कार्यकाल 7 फरवरी को ही समाप्त हो चुका है। इस सूचना के बाद से लक्ष्मण आचार्य के समर्थकों में खुशी की लहर है। उन्होंने मिठाई बांटकर खुशी के लम्हों को एक-दूसरे से साझा किया। वाराणसी के रामनगर निवासी लक्ष्मण प्रसाद आचार्य लंबे वक्त से भाजपा से जुड़े हुए हैं। संगठन में उनकी गहरी पैठ है। संघ पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले लक्ष्मण आचार्य मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास करीबियों में उनकी गिनती होती है। पीएम मोदी के हर वाराणसी दौरे में लक्ष्मण आचार्य साथ-साथ नजर आते हैं।
1977 तक आरएसएस द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ाने वाले लक्ष्मण आचार्य राम मंदिर आंदोलन में भागीदार रहे हैं। पूर्वांचल में गैर ओबीसी के बीच भाजपा की पैठ बनाने का श्रेय भी इन्हें दिया जाता है। लक्ष्मण आचार्य आदिवासी बहुल सोनभद्र के मूल निवासी हैं। वाराणसी के रामनगर में उनका परिवार रहता है। दूसरी तरफ मऊ के कई बार के विधायक फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। वह अभी तक बिहार के राज्यपाल के तौर पर सेवा दे रहे थे। बता दें कि देश की राजनीति और लोकतांत्रिक व्यवस्था में रविवार को बड़ी हलचल देखने को मिली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 प्रदेश के राज्यपालों को बदल दिया है। कई राज्यों में राज्यपालों का तबादला किया गया है तो वहीं कई जगह नए चेहरों को तवज्जो मिली है।