वंदे भारत के उद्घाटन पर चमकी काशी की प्रतिभा, पीएम मोदी बोले- बच्चों पर गर्व है

वंदे भारत के उद्घाटन पर चमकी काशी की प्रतिभा, पीएम मोदी बोले- बच्चों पर गर्व है

वाराणसी (रणभेरी): शनिवार की सुबह बनारस रेलवे स्टेशन देश की नई ऊर्जा और उमंग का प्रतीक बन गया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। स्टेशन पर बच्चों की टोलियों की खिलखिलाहट और ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच प्रधानमंत्री का स्वागत हुआ।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने स्कूली बच्चों से आत्मीय संवाद किया। एक छात्र ने मंच से अपनी कविता सुनाई, तो प्रधानमंत्री ने मुस्कुराते हुए उसकी सराहना की और कहा कि ऐसे ही बच्चे “विकसित भारत” की नींव हैं। उन्होंने बच्चों से बातचीत करते हुए उन्हें अपने सपनों को बड़ा रखने और देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की धरती हमेशा से सृजन और संस्कार की भूमि रही है। उन्होंने गर्व से कहा, “वंदे भारत ट्रेनों के उद्घाटन समारोहों में विद्यार्थियों ने ‘विकसित भारत’ पर जो कविताएं और चित्र बनाए, वे उनकी प्रतिभा और देशप्रेम के जीवंत उदाहरण हैं। काशी के सांसद के रूप में मुझे यह देखकर गर्व होता है कि हमारे बच्चे इतने कल्पनाशील हैं।”

उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का कवि सम्मेलन काशी में आयोजित किया जाए, ताकि देशभर में उनकी कला की झलक पहुंचे। साथ ही कुछ बच्चों को देश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाने की बात कही, ताकि वे भारत की विविधता और विकास को करीब से देख सकें।

प्रधानमंत्री ने कहा, “काशी की भूमिका विकसित भारत के निर्माण में अग्रणी रहेगी। हमें इस शहर की गति और ऊर्जा को बनाए रखना है, ताकि भव्य और समृद्ध काशी का सपना साकार हो सके।”

कार्यक्रम के बाद बच्चों के चेहरों पर खुशी झलक रही थी। प्रधानमंत्री से मुलाकात उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसी थी। कोई उनके साथ की बातचीत याद कर रहा था, तो कोई उस पल को कैमरे में कैद कर अपने दिल में सहेज रहा था।

वंदे भारत की रफ्तार के साथ काशी के बच्चों का आत्मविश्वास भी नई ऊंचाइयों को छूता दिखा मानो दोनों मिलकर विकसित भारत की ओर बढ़ते कदमों की कहानी कह रहे हों।