हनुमान जयंती पर काशी के संकटमोचन मंदिर में गूंजा जय श्रीराम, विश्वनाथ धाम में अक्षयवट हनुमान का हुआ भव्य शृंगार
वाराणसी (रणभेरी): कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन हनुमान जयंती पर सोमवार को काशी के श्री संकटमोचन मंदिर के साथ ही अन्य देवालयों में अंजनी पुत्र की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है।आज सूर्योदय के साथ ही श्री संकटमोचन बाबा के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए खुले तो पूरा परिसर जय श्रीराम और जय हुनमान के उद्घोष से गूंज उठा। जिले के सभी हनुमान मन्दिर को आकर्षक रूप से सजाकर पूजा पाठ जारी है। कई स्थानों पर जागरण, हवन-यज्ञ और भंडारों का आयोजन किया गया। जन्मोत्सव मनाने के लिए मंदिरों में देर शाम तक भक्तों की भीड़ पहुचती हुई नजर आई ।
कोरोना काल के बाद यह पहला मौका था जब भक्त पूरे उत्साह से बाबा संकटमोचन का दर्शन-पूजन कर उनके समीप बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए नजर आए। गदगद श्रद्धालुओं ने कहा कि दो वर्ष बाद हनुमान जयंती के पावन अवसर पर अपने आराध्य का दर्शन पाकर मन को असीम शांति मिली है। पवन पुत्र हनुमान सबका कल्याण करें और सभी को सुरक्षित रखें। श्री काशी विश्वनाथ धाम में विराजमान अक्षयवट हनुमान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। रविवार की मध्यरात्रि लग्नानुसार हनुमत लला का विधि पूर्वक जन्मोत्सव पूजन किया गया। महंत रमेश गिरी ने बाबा को पंचामृत स्नान करा कर सिंदूर लेपन किया।
उसके बाद उन्हें नए कपड़े धारण करा कर तुलसी, गेंदे और कुंद की मालाओं से भव्य श्रृंगार किया गया।हनुमत लला के समक्ष 11 प्रकार के फल और 51 किलो लड्डू का भोग लगाकर मध्यरात्रि में महाआरती की गई। सोमवार की भोर भक्तों के दर्शन के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया। भक्तों में प्रसाद का वितरण महंत नील कुमार मिश्रा और कमल मिश्रा द्वारा किया गया। इस पुण्य अवसर पर महंत परिवार के बच्चा पाठक सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।