बाढ़ की आड़ में धड़ल्ले से अवैध निर्माण

बाढ़ की आड़  में धड़ल्ले से अवैध निर्माण

वीडीए की सहमति से बूंदी परकोटा घाट पर हो रहा भवन निर्माण 
कोतवाली जोन अंतर्गत गंगा किनारे पार्क की जमीन पर भाजपा कार्यकर्ता की नज़र  
अवैध निर्माण कर्ता ने खुद को बताया भाजपा विधायक का करीबी 
रात के अँधेरे का फ़ायदा उठाकर गंगा में बहाया जा रहा मलबा 

वाराणसी(रणभेरी): वाराणसी के तमाम विभागों में भ्रष्टाचार का बोलबाला कोइ नई बात नहीं है। वाराणसी नगर निगम हो या फिर वाराणसी विकास प्राधिकरण ये दोनों ऐसी संस्थाए है जिनकी देख-रेख में ही नगर में नगरीय सेवाओं का विस्तार वास्तविक आकार लेता है। परन्तु जब नगर को ख़ूबसूरत बनाने वाली ऐसी संस्थाए ही भ्रष्टाचार में आकंठ डूब जाए तो फिर नगर का स्वरूप ख़ूबसूरत होने के बजाय बदसूरत होने लगता है। ऐसा ही हाल आज कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हो गया। कहने को तो जब से नरेंद्र मोदी वाराणसी से सांसद के रूप में चूने गए है तभी से इस शहर को बेहतेरीन बनाने में कोइ कसर बाकी नहीं रखी जा रही है इतना ही नहीं देश के प्रधानमंत्री सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए हमेशा जीरो टालरेंस की बात करते हैं। बावजूद इसके वाराणसी में भ्रष्टाचार चरम पर है। विभागीय भ्रष्टाचार की बदौलत ही इस शहर में मनमाने ढंग से सैकड़ो की संख्या में हो रहे अवैध निर्माण के कारण नगरीय व्यवस्था निरंतर ध्वस्त होती जा रही है। गंगा किनारे प्रतिबंधित इलाकों में मनमाने ढंग से हो रहे भवनों के अवैध निर्माण के कारण घाटों की प्राचीनता भी विलुप्त होती जा रही है । 

इसी भ्रष्टाचार का एक नतीज़ा उभर कर फिर सामने आया है और वह है कोतवाली जोन अंतर्गत राजमंदिर मोहल्ले के बून्दी परकोटा घाट के ऊपर नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे पार्क पर अवैध निर्माण के जरिये कब्जे का। इस अधनिर्मित पार्क से लगायत भवन स्वामियों द्वारा अवैध निर्माण के जरिये अब इस पार्क पर कब्जा की कोशिश शुरू की जा रही है। 

सूत्रों के मुताबिक गंगा किनारे लगभग दर्जनों ऐसे अवैध निर्माण चल रहे हैं, जो कानूनी रूप से अवैध तो हैं ही, बल्कि गंगा घाटों की ऐतिहासिकता एवं प्राचीनता पर धब्बा लगा रहे है। वर्त्तमान में बूंदी परकोटा घाट के ऊपर बाढ़ का फ़ायदा उठाकर खुद को भाजपा विधायक का करीबी बताने वाले एक व्यक्ति द्वारा तेजी से अवैध निर्माण कराया जा रहा है। भाजपा विधायक एवं क्षेत्र की पूर्व भाजपा पार्षद के नाम पर कराये जा रहे इस अवैध निर्माण पर विकास प्राधिकरण सहित नगर निगम प्रशासन मौन है । 

नगर निगम की जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध निर्माण कराये जाने वालों के खिलाफ नगर निगम के साथ साथ विकास प्राधिकरण भी मौन है । खबर यह भी है कि इस व्यक्ति द्वारा धड़ल्ले से निर्माण कार्य करने के साथ ही मकान का मलबा भी रात के अँधेरे का फ़ायदा उठाकर गंगा में बहाया जा रहा है। 

अभी हाल ही में एक ऐसा ही मामले के सन्दर्भ में सामने घाट पर हो रहे अवैध निर्माण की खबर हमारे अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था  जिस पर भी अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि वाराणसी विकास प्राधिकरण के अधिकारी स्वयं अवैध निर्माणों पर इस कदर मेहरबान हैं कि दिन हो या रात, सूखा हो या बाढ़, धूप हो या बरसात, अवैध निर्माण कार्य अपने चरम पर है।