रुपये नहीं तो वृद्धाश्रम में जाओ!
बागपत । जनपद में बुजुर्गों की पेंशन की समस्या का समाधान करने की जगह अफसर अब उनको वृद्धाश्रम में रहने की सलाह देने लगे हैं। यह सुनने में भले ही अजीब लगता हो, मगर सच्चाई यही है। यहां पिछले कई महीने से पेंशन के लिए चक्कर काट रहे बुजुर्गों को समाज कल्याण अधिकारी ने अपने कार्यालय में पहुंचने पर यही सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर ज्यादा परेशान हो तो सरकार ने वृद्धाश्रम खोल रखा है, वहां जाकर रहिए।
जिले में ऐसे करीब 1500 बुजुर्ग है, जिनके खाते में पेंशन नहीं पहुंच रही है। इससे उनको काफी परेशानी उठानी पड़ रही है और वह समाज कल्याण विभाग कार्यालय के लगातार चक्कर काट रहे हैं।
समाज कल्याण विभाग का सर्वर डाउन होने के कारण कुछ बुजुर्ग जमीन पर बैठ गए तो कुछ कुर्सी पर बैठे। उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी रश्मि यादव को अपनी समस्या बताई। बुजुर्गों ने कहा कि पेंशन नहीं आने के कारण काफी दिक्कत हो रही है और अपने बच्चों से रुपये भी नहीं मांग सकते है। इस पर समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि उन्हें रुपये की क्या जरूरत है। सभी बुजुर्गों के लिए प्रदेश सरकार ने वृद्धाश्रम खोल रखा है और वहां आराम से रहिए। उन्हें कोई काम करने की जरूरत नहीं है।
भड़के बुजुर्गों ने अधिकारी को दी सही से काम करने की सलाह
समाज कल्याण अधिकारी ने बुजुर्गों को वृद्धाश्रम जाकर रहने की सलाह दी तो इस पर बुजुर्ग भड़क गए। उन्होंने कहा कि वह बुजुर्गों को उनके बेटों और पोतों से अलग करना चाहती है। वह वहां क्यो जाए सरकार जब बुजुर्गों को पेंशन दे रही है तो तुम अपना काम क्यों नहीं करती हो उनकी पेंशन की समस्या का निस्तारण क्यों नहीं हो रहा उन्हें क्यों चक्कर काटने पड़ रहे जिस समस्या का समाधान एक बार में होना चाहिए ,उसके लिए चार-चार बार आना पड़ रहा है। इसके बाद समाज कल्याण अधिकारी ने सर्वर चलने के बाद समस्या का समाधान का आश्वासन दिया।
बुजुर्गों के हंगामा करते ही चल गया सर्वर
जब बुजुर्ग पेंशन दिखवाने के लिए समाज कल्याण कार्यालय में पहुंचे तो सर्वर खराब होने की बात कहते हुए बैठा दिया। जब उन्हें बैठे हुए दो घंटे से अधिक समय बीत गया तो बुजुर्गों ने हंगामा कर दिया। तुरंत ही सर्वर चल गया और उनकी पेंशन चेक करनी शुरू कर दी। किसी की पेंशन में कागज पूरे नहीं होने की बात कही गई तो किसी की ईकेवाईसी नहीं होना बताया गया।
समाज कल्याण अधिकारी का व्यवहार सही नहीं था और अपना काम करने के स्थान पर हमें वृद्धाश्रम भेजने की बात कह रही है। ऐसे अधिकारी कैसे हमारी पेंशन की समस्या का निस्तारण करेंगे। - जनेश्वर, बौढ़ा
मेरा कहने का इरादा यह नहीं था कि किसी को जबरन भेजा जाए। मैंने केवल इसलिए कहा था कि अगर किसी को उसके बच्चे परेशान कर रहे हैं तो वह वृद्धाश्रम चला जाए। उनकी पेंशन की समस्या का समाधान कराया जा रहा है। - रश्मि यादव, जिला समाज कल्याण अधिका