Varanasi: CMS को हटाने की डॉक्टर्स के मांग का विरोध तेज, बोले- हर 5 दिन पर होगा 1 सेवा का बहिष्कार
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय में सीएमएस के हटाने की मांग के पूरा न होने पर अब डॉक्टरों ने दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय संघर्ष समिति के बैनर तले अपना प्रदर्शन तेज कर दिया है। डॉक्टर्स ने अस्पताल में ओपीडी के बाद धरना देना शुरू कर दिया है। गुरुवार को ओपीडी में मरीजों को देखने के बाद धरना दिया और सीएमएस पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई।
इस प्रदर्शन के दौरान सीएमएस डॉ दिग्विजय सिंह खुद भी धरनास्थल पहुंचे और डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ से वार्ता की। उन्होंने धरना समाप्त करने को कहा पर मेडिकल स्टाफ नहीं माने और धरना चलता रहा। जिला चिकित्सालय के पैरामडिकल स्टॉफ ने डॉक्टर सहित 70 मेडिकल स्टाफ की सिग्नेचर वाला एक ज्ञापन सीएमओ को सौंपा था। सभी ने सीएमएस को हटाने की मांग की थी। उनका कहना था कि सीएमएस प्रताड़ित कर रहे हैं। यदि उन्हें नहीं हटाया गया तो हम सामूहिक इस्तीफा दे देंगे और तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था।
इस पर कार्रवाइए न होने पर पीएमएस के सचिव आर एन सिंह के आह्वान पर पहले काली पट्टी बांधकर और फिर रोजाना ओपीडी के बाद धरने की बता कही गयी थी। यह धरना अब शुरू हो गया है। गुरुवार को अस्पताल पोर्टिको में धरना देते हुए दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय संघर्ष समिति के सदस्यों ने एकजुट होकर कई फैसले किए। पीएमएस के सचिव डॉ आर एन सिंह ने बताया- हमने वीआईपी ड्यूटी का बहिष्कार किया था। सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में अब हम पोस्टमॉर्टम और वार्ड ड्यूटी का भी बहिष्कार करेंगे। साथ ही दो-दो घंटे ओपीडी का भी बहिष्कार करेंगे।
डॉक्टर्स ने कहा यदि सीएमएस को नहीं हटाया गया तो हम हर पांचवें दिन एक-एक जरूरी सेवाओं का बहिष्कार करते जाएंगे। इसका जिम्मेदारी प्रशासन होगा। इस आशय की जानकारी प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, महानिदेशक, जिलाधिकारी, सीडीओ, पुलिस कमिश्नर को भी दी गई है।
पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सीएमओ को ज्ञापन देने के एक दिन बाद सूचना विभाग द्वारा सीएमएस डॉ दिग्विजय सिंह की तरफ से एक प्रेस नोट जारी किया गया था। इस प्रेस नोट में उन्होंने कहा था- चिकित्सक चाहते है कि दलाल एवं एमआर निरन्तर उनके चेम्बर में मौजूद रहे, इसमें किसी अधिकारी का हस्तक्षेप न हो।साथ ही इस विरोध का मुख्य कारण डीडीयू के सीएमएस ने फेस बायोमेट्रिक डिवाइस से हाजिरी की अनिवार्यता एवं दलालों पर सख्ती को बताया था।
डीडीयू के सीएमएस डॉ दिग्विजय सिंह ने बताया कि चिकित्सालय में मरीजों के हित को देखते हुए सायंकाल में चिकित्सकों द्वारा राउण्ड सुनिश्चित करने के लिए रजिस्टर एवं सीसी टीवी कैमरे से मानिटरिंग की जाती है। जिसका चिकित्सक विरोध करते है। डीडीयू के चिकित्सक नियमानुसार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी में नही रहना चाहते है।
अपने मनमाने तरीके से ओपीडी में आना एवं जाना चाहते है। जिसकी नियमित रूप से उनके द्वारा स्वयं निगरानी करने के कारण चिकित्सकों द्वारा विरोध किया जाता है। डीडीयू के सीएमएस के अनुसार चिकित्सालय में स्थापित आपरेशन थियेटर 02 बजे बन्द करना चाहते है। जबकि उनके द्वारा मरीज के हित को देखते हुए निर्धारित की गई ओ.टी. को पूरा करने के दबाव के कारण चिकित्सकों द्वारा विरोध किया जाता है।