शराब के हैं शौकीन तो बीमार होने के लिए रहे तैयार
गोरखपुर। जिला अस्पताल में डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स के अंतर्गत शुक्रवार को पहली बार 'सतत चिकित्सा शिक्षा' कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें अल्कोहल के अलावा मेटाबोलिक बीमारियों का लिवर पर दुष्प्रभाव विषय पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने कहा कि अब लिवर केवल शराब ही नहीं, मधुमेह और उच्च रक्तचाप के चलते भी फैटी हो रहा है। फिजिशियन डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि अल्कोहल से लिवर पर दुष्प्रभाव पड़ता है, लेकिन, अब लिवर फैटी होने के मामले उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कोलेस्ट्राल व मोटापा के रोगियों में भी देखने को मिल रहे हैं। इसलिए इन बीमारियों से ग्रसित लोगों को समय-समय पर लिवर की जांच कराते रहना चाहिए। अध्यक्षीय संबोधन में प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि लिवर की बीमारी से बचने के लिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा व कोलेस्ट्राल को नियंत्रित रखें। योग-व्यायाम से वजन घटाएं, कम कार्बोहाइड्रेड व कम वसा वाला भोजन करें। वजन नियंत्रित रखें। यह कार्यशाला अब नियमित रूप से चलती रहेगी। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके सुमन, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित कुमार शाही, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. नवीन कुमार वर्मा व डॉ. प्रशांत अस्थाना उपस्थित थे।