शिवरात्रि तक निखर जाएगा गंगद्वार
वाराणसी (रणभेरी): शिवभक्तों को रिझा रहे जटाजूट के भव्य दरबार का गंगद्वार शिवरात्रि तक और निखर जाएगा। महाशिवरात्रि से पहले तक बड़ी संख्या में भक्तों को गंगा द्वार से प्रवेश का सिलसिला और बढ़ जाएगा। इसके लिए नाव के रूट से लेकर घाट तक की सुविधाएं बढ़ाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। नावों के रूट निर्धारण के साथ ही निर्धारित स्थान से संचालन और किराया तय करने की प्रक्रिया भी की जाएगी।
सुरसरि के जल को लेकर बाबा के अभिषेक करने की राह सुगम होने के बाद अब इस मार्ग को भव्य रूप दिया जाएगा। इसके लिए बाबा दरबार के इस प्रवेश द्वार पर फसाड लाइट के साथ ही नीली रोशनी से सराबोर किया जाएगा। फिलहाल शिवरात्रि पर भक्तों की सहूलियत के लिए घाट से गंगा द्वार तक की सफाई कर उसे सुगम बनाया जाएगा। उधर, नावों को ललिता घाट से जोड़ने के लिए रूट निर्धारण किया जा रहा है।
इसके लिए राजघाट और अस्सी घाट से नावों के संचालन के लिए गंगा में रूट भी बनाने पर विचार किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ धाम में गंगा द्वार से प्रवेश शुरू होने के बाद भीड़ नियंत्रित होने लगी है और जैसे जैसे इस रास्ते से भक्तों का आवागमन शुरू होगा तो गोदौलिया और मैदागिन तक लगने वाली कतार में भी कमी आएगी। कारण, सड़कों से आने वाली भीड़ गंगा से सीधे मंदिर चौक पहुंचेगी। मंदिर चौक से गंगा द्वार तक ही करीब 50 हजार भक्त मौजूद रह सकते हैं। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि शिवरात्रि पर गंगा द्वार से प्रवेश के लिए भक्तों को नाव और क्रूज की सुविधा दी जाएगी। गंगा घाट से गंगा द्वार तक का मार्ग पूरी तरह सुगम कर दिया जाएगा।