G-20 Summit: काशी में विदेशी मेहमानों का उन्हीं की भाषा में स्वागत करेंगे बच्चे, 20 स्कूलों के बच्चों का चयन
वाराणसी (रणभेरी): जी-20 में आने वाले देशों के मेहमानों का स्वागत काशी के स्कूलों बच्चे उनकी भाषा में करेंगें। कोन्नीचिवा काशी ए योकोसो (नमस्कार, काशी में आपका स्वागत है) बोलकर बनारस के बच्चे अपने जापानी मेहमानों का काशी में अभिवादन करेंगे। इसके लिए "वन कंट्री वन स्कूल" के तहत मेहमानों के देश की भाषा संस्कृति, संगीत, खानपान, पहनावा आदि को सीख रहे हैं। "वन कंट्री वन स्कूल" की थीम के लिए 20 माध्यमिक व कॉन्वेंट स्कूलों के बच्चों को चुना गया है। ये छात्र-छात्राएं जी-20 सम्मेलन के दौरान अपनी प्रस्तुति देंगे। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत ये बच्चे प्रदर्शन करेंगे।
काशी में 17 से 19 अप्रैल तक होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारियां सरकार एवं प्रशासन जोरों पर कर रही है। शहर को मेहमानों के स्वागत के लिए सजाया
संवाजारा जा रहा है। वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा रखने वाले भारत की संस्कृति की जड़े बहुत गहरी हैं और काशी हमेशा से इसका वाहक रही हैं। साथ ही भारत दूसरे देशों की धर्म व संस्कृति का सदैव सम्मान करता है। जी-20 सम्मेलन के दौरान काशी के छात्र-छात्राएं जी-20 देशों में शामिल देशों के संगीत, संस्कृति, सभ्यता, खानपान, पहनावा आदि सीख रहे हैं।डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि "वन नेशन वन स्कूल" का उद्देश्य पूरी तरीके से जी-20 पर आधारित है। हमने स्कूलों को 19 देश और यूरोपीय संघ के बारे में जानने के लिए एक एक देश का नाम दिया है। \