सावन में पहली बार श्रद्धालु गंगा तट से जल लेकर सीधे करेंगे बाबा का अभिषेक, कांवड़ियों के लिए तय होगा अलग मार्ग
वाराणसी (रणभेरी): सावन के महीने में पहली बार शिवभक्त गंगा घाट से प्रवेश कर बाबा को जल चढ़ाने जाएंगे। किसी भी घाट से नाव के माध्यम से भक्त काशी विश्वनाथ धाम घाट तक पहुंच ससकेंगे। इसके अलावा पूर्व की व्यवस्था भी लागू रहेगी। गोदौलिया, मैदागिन व दशाश्वमेध व गंगा घाट से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए आने-जाने का मार्ग तय कर दिया गया है जो जिस मार्ग से प्रवेश करेगा, दर्शन के बाद वह उसी मार्ग से निकल जाएगा।अधिकारियों की बैठक भी लगातार हो रही है। इसमें श्रद्धालुओं की सुविधा-सुरक्षा, प्रवेश-निकास विशेष नजर रखने रणनीति बनाई जा रही है। इसके साथ ही इस बार धाम में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं।रविवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और पुलिस महानिदेशक देवेंद्र सिंह चौहान ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण करने जलमार्ग से ललिता घाट पहुंचे। घाट की व्यवस्था को देखते हुए उन्होंने बाबा के धाम में प्रवेश किया। श्रद्धालुओं के आने-जाने के मार्ग और उनकी सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि सावन में पहली बार श्रद्धालु गंगा जल लेकर बाबा का अभिषेक कर सकेंगे। अधिकारियों ने मुख्य सचिव को बताया कि सावन के सोमवार पर छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उसी के अनुसार तैयारियां की जा रही हैं। मुख्य सचिव डीएस मिश्र ने कहा कि सावन माह में न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जिले और दूरदराज से भी लोग बाबा विश्वनाथ को जल अर्पित करने आते हैं। ऐसे में आसपास के सभी जिलों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर तैयारी करें। प्रयागराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग मार्ग तय किए जाएं ताकि उस पर वाहनों का आवागमन न हो सके। कावड़ियों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधा, पेयजल तथा अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि जिस-जिस मार्ग से श्रद्धालुओं को आना है उस मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए ही तय कर दिया जाएगा। सुविधा केंद्र, सहायता केंद्र बनाए जाएंगे। पुलिस महानिदेशक देवेंद्र सिंह चौहान ने सावन माह में आने वाली महिला श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए रूटों पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती और उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम करने के निर्देश दिए।सावन के पहले सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करने के लिए चंद्रवंशी गोप सेवा समिति की बैठक हुई। संरक्षक पारसनाथ यादव के आवास पर हुई बैठक में 18 जुलाई को होने वाले प्रथम सोमवार को होने वाले जलाभिषेक व कलश यात्रा पर चर्चा हुई। कलश यात्रा में दस हजार यादव बंधु शामिल होंगे। इस दौरान काली शंकर यादव, विमलेश यादव, शशि प्रकाश चंदन और पीयूष यादव का सम्मान किया गया। बै