Exclusive: IPL में चरम पर सट्टे का कारोबार,बनारस में बेखबर है सारे थानेदार

Exclusive: IPL में चरम पर सट्टे का कारोबार,बनारस में बेखबर है सारे थानेदार
  • हर विकेट और गेंद पर लग रहा है दांव, बर्बाद हो रहे है पूरे शहर के नौजवान 
  • पुलिस की सांठगांठ से चलता है धंधा, स्पेशल आई डी पासवर्ड से होता है पूरा खेल
  • ऑनलाइन सटोरिए सक्रिय, ख़ुफ़िया एजेंसियों की कार्यशैली पर उठ रहा सवाल 
  • यूएई से मिल रही लिंक,वेबसाइड और ऐप से बेखौप चल रहा सट्टा 

आईपीएल सट्टा: बीते तीन मैचों में सटोरियों ने कमाया 350 करोड़ का मुनाफा 

वाराणसी(रणभेरी): शहर में इन दिनों आइपीएल मैच पर हाईटेक सट्टे का कारोबार चरम पर चल रहा है। चारों तरफ फैले बुकी अब वेबसाइट और एप के जरिए हर बाल पर हार-जीत के दांव लगवा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि सटोरियों के तार अन्य प्रदेशों एवं देशों में बैठे सट्टा माफियाओं से जुड़े हुए है। इन सट्टेबाजों को यूएई से सट्टा लिंक मिल रहा है। लिंक का पावर एडवांस रकम देकर बुकी ले लेते हैं। महज 15 हजार रुपए में अपनी वेबसाइट बनाकर उसमें यूएई की लिंक शेयर कर देते हैं। अपना अलग प्लेटफॉर्म और एक्सचेंज बनाकर धड्ल्ले से क्रिकेट सट्टा चला रहे हैं। ऑनलाइन खेल के फेर में सटोरियों को दबोचना पुलिस के लिए भी मुश्किल हो रहा है। बीते 26 मार्च को शुरू हुए आइपीएल क्रिकेट में सट्टा बाजार इन दिनों अपने चरम पर  है। शहर में हर बाल पर लाखों रुपए के दांव लग रहे हैं। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए शातिर बुकीज ने सट्टा खिलाने का तरीका बदल लिया है। पूरा खेल हाइटेक होकर ऑनलाइन हो गया है। वेबसाइट, एप और मोबाइल पर चल रहे ऑनलाइन  सट्टा बुकी कारों में बैठकर और घूम-घूम कर यह खेल खिला रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार बड़े बुकी ने तो अपने अलग-अलग नाम से ऑनलाइन एक्सचेंज बना लिए हैं। इसकी वेबसाइट और एप का पासवर्ड अपने नीचे छोटे बुकी या प्लेयर (सट्टा खेलने वाले) को देते है। एडवांस रकम लेकर ऑनलाइन सट्टा खेलने की क्रेडिट देते है। अपना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाने के बाद बुकी पूरा खेल मोबाइल फोन पर कर रहे हैं। मोबाइल पर आसानी से चल सकें इसलिए ये लोग कम जीबी का एप-वेबसाइट बनाते हैं।

  • इन पर ज्यादा दांव

चार से पांच लोग मिलकर एक प्लेटफॉर्म (वेबसाइट) बना रहे हैं। उसके बाद बुकी या प्लेयर बनाकर उन्हें सट्टा खिलाने या खेलने की आइडी जनरेट करदेते हैं। अभी क्रिकेट एक्सचेंज, मुंबई एक्सचेंज, बैट्समैन एक्सचेंज, सेट एक्सचेंज, कोलकाता एक्सचेंज सहित कई अन्य नाम से ऑनलाइन सटोरिए सक्रिय हैं।

  • वन टाइम पेमेंट और क्रेडिट फंडा

हाइटेक सट्टे के साथ बुकी ने पेमेंट का सिस्टम भी बदल लिया है। सट्टा खेलने वाले पहले से तय होते है। इनसे वन टाइम पेमेंट पहले ही ले ली जाती है। उसके बाद एक्सचेंज की आइडी दी जाती है। खेल के साथ स्कोर मोबाइल पर लाइव हो जाता है। खिलाड़ी दांव लगाते रहते हैं। खिलाड़ी के बुकी के परिचित होने पर उसे एडंवास पेमेंट पर 50 प्रतिशत तक क्रेडिट दी जा रही है।

  • टीवी से पहले स्कोर, इसी में हो रहा खेल

अन्य प्रदेशों की पुलिस छानबीन में पता चला है कि सटोरिए के प्लेटफॉर्म पर चलने वाले आइपीएल मैच का स्कोर अन्य लाइव स्कोर दिखाने वाले माध्यमों से ज्यादा तेज है। संभावना है कि बुकी के एजेंट क्रिकेट मैदान में मौजूद रहते हैं। वहीं से हर गेंद का स्कोर उसी समय अपडेट करते हैं। इसके कारण टीवी चैनल के मुकाबले बुकी के लिंक पर मैच का लाइव स्कोर 2-3 गेंद पहले ही आ जाता है। इसमें सट्टा भाव भी रहता है। जो हर बॉल पर अपडेट होता है। इसे देखकर खिलाड़ी बुकी को अपना दांव नोट कराते रहते हैं। लाइव अपडेट पहले होने का फायदा उठाकर सटोरिए हर बॉल के दांव बुक करके लाखों रुपए कमाते हैं।

  • शहर से बाहर बुकी का ठिकाना

शातिर बुकी ऑनलाइन तरीका अपनाने के साथ ही पुलिस को चकमा देने के लिए जगह बदलते रहते है। पुलिस के राडार से बचने के लिए शहर के बड़े बुकी आसपास के जिलों में पहुंच गए है। शहर में कमीशन पर लडके रख लिए है। ये सिर्फ दांव लिखते हैं। खिलाड़ी से रकम वसूली बुकी सीधे करते हैं।

  • विदेशी सर्वर तक पहुंचना मुश्किल

ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा में उपयोग की जा रही मेन आॅनलाइन लिंक यूएई की है। विदेश में सर्वर वाले इन साइट के लिंक बड़े बुकी के पास है। विदेशी सर्वर से बुकी पुलिस के चंगुल से बच निकल रहे हैं।

  • खुफिया एजेंसियों की कार्यशैली पर बड़ा सवाल

सबसे बड़े आश्चर्य की बात यह है कि वाराणसी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है जिसकी वजह से यहां देश की सभी खुफिया एजेंसियां हमेशा सक्रीय रहती हैं इसके बावजूद वाराणसी जैसे शहर में आज सट्टे का कारोबार अपने चरम पर है सट्टे के इस खेल में शहर के नाबालिग बच्चों से लेकर बड़े-बड़े तक शामिल है। अब तो ये सट्टा पूरी तरह से प्रोफेशनल हो चला है। जहां विशेष आईडी पासवर्ड द्वारा इसे आपरेट किया जाता है और तो और बुकियों द्वारा सट्टे बाजों से एडवांस भी जमा कराए जाते है। 

  • बीते तीन मैचों में सटोरियों ने कमाया 350 करोड़ का मुनाफा 

सूत्रों के अनुसार बीते महज तीन दिनों में हुए आईपीएल क्रिकेट के खेल में केवल बनारस के सटोरियों को लगभग 350 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। बीते 23 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच हुए मैच में लगभग 80 करोड़, 24 अप्रैल को पांच बार की आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस को लीग के 37वें मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जब 36 रन से हार का सामना करना पड़ा। इस खेल में सटोरियों को लगभग 120 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ । वहीं 25 अप्रैल को चेन्नई सुपर किंग्स की पंजाब किंग्स से हुई हार में बनारस के सटोरियों को लगभग 150 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ।  इस तरह महज तीन दिन में बनारस के सट्टा माफियाओं ने बनारस के लोगों से 350 करोड़ की वसूली कर लिया। बताया जाता है कि इस खेल में शहर के मध्यमवर्गीय परिवार के साथ साथ बड़े घरों के युवा फसंकर अपना सब कुछ लुटाते जा रहे है एक बहुत बड़े सिंडिकेट ने पूरे शहर को अपनी जद में ले लिया है जबकि जिले की पुलिस प्रशासन खुद को इस पूरे संगठित अपराध के बड़े वाकये से अनजान बता रहा है।

  • आईपीएल की हर गेंद पर लगता है लाखों का सट्टा

अब वो दिन चले गए जब मैचों की पूरी जीत हार पर सट्टा लगाया जाता था अब तो इंटरनेट के जमाने में आईपीएल जैसी खेल श्रृंखला में हर गेंद पर सट्टा फिक्स किया जाता है और तो और ओवरों के माध्यम से भी जीत हार तय की जाती है। जिससे शहर में लगातार बुकियों की संख्या के साथ-साथ सट्टेबाजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।

  • संकरी-संकरी गलियों में बाहर से बंद मकानों में होता है कारोबार

सट्टे का ये व्यापार वाराणसी की छोटी-छोटी गलियों से लेकर बड़े-बड़े लोगों के फार्म हाऊसों और निजी आवासों पर संचालित होता है ऐसा नहीं है कि इन ठिकानों के बारे में पुलिस को जानकारी ना हो लेकिन जानकारी का होना और ना होना दोनों ही बराबर होता है क्योंकि पुलिस की सांठ-गांठ पहले से ही इनके साथ होती है।

  • बेखबर है बनारस में सारे थानेदार !

रणभेरी द्वारा वाराणसी में सट्टेबाजी को लेकर जब जिले के लगभग एक दर्जन थानेदारों से संपर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में जानकारी की जा रही है संज्ञान में आने पर कार्यवाही की जाएगी। मेरे थाना क्षेत्र में कहीं पर भी आईपीएल सट्टे का खेल नहीं चल रहा है। वहीं जैतपुरा थानेदार ने कहा कि थाने पर आकर पूछिए इस विषय में मोबाइल पर हम कुछ नहीं बता सकते हैं। जबकि चितईपुर थाना प्रभारी ने कहा कि हमारे थाना क्षेत्र में कहीं सट्टा हो रहा है तो आप बताइए हम विधिक कार्रवाई करेंगे।

  • थाना जो अनभिज्ञ है आईपीएल में सट्टा के खेल से 

आदमपुर,जैतपुरा, चौक, दशाश्वमेध, चेतगंज, सिगरा ,कोतवाली, सारनाथ, मंडुवाडीह, भेलूपुर,  शिवपुर, चितईपुर, लंका, लक्सा