करंट ने ली दो की जान:  तार से चिपकने के बाद थम गईं मजदूर की सांसें

करंट ने ली दो की जान:  तार से चिपकने के बाद थम गईं मजदूर की सांसें

वाराणसी (रणभेरी सं.)। चौबेपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पचरांव की दलित बस्ती का संतोष कुमार (40) पुत्र बद्रीनाथ राजकीय नलकूप के स्टार्टर में उतरे करंट की चपेट में आने के चलते मौत हो गई। ग्राम पंचायत के प्रधान फूलचंद्र राम ने बताया कि संतोष मजदूरी के साथ खेती किसानी करता था। शुक्रवार को करीब 10 बजे धान की रोपाई हेतु खेत की तैयारी कर गांव में लगे राजकीय नलकूप को चलाने गया था, जैसे ही स्टार्टर पर हाथ रखा, उसमें करंट उतरने के कारण उसी में चिपक गया।

वहां उपस्थित लोग जब तक कुछ समझ पाते तब-तक उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना ग्राम प्रधान ने तत्काल थाना प्रभारी विद्याशंकर शुक्ला को दी। उनके निर्देश पर दोपहर में पहुंचे चौकी प्रभारी चांदपुर मनीष कुमार ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। मृतक के परिवार में पत्नी इंदू व पुत्र राहुल वर्ष हैं। पुत्र भी पिता के साथ खेती व मजदूरी करता है। घटना की जानकारी होने पर मृतक के परिवार सहित गांव में कोहराम मच गया। उल्लेखनीय है कि इस नलकूप को चलाने के लिए सिंचाई विभाग की ओर से अनिल कन्नौजिया नामक नलकूप चालक की तैनाती है। लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि वह गांव में कभी भी नहीं आता। नलकूप की चाभी गांव में ही रख दिया है सभी किसान स्वयं नलकूप चलाते हैं।

तिरपाल बांधते समय 11हजार वोल्ट की चपेट में आने से मजदूर की मौत

रामनगर थाना क्षेत्र के पंचवटी मार्ग पर स्थित श्रीराम जानकी मंदिर के छत पर तिरपाल बांधते समय शुक्रवार की दोपहर 11 हजार वोल्ट तार की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। आक्रोशित लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर शव सड़क पर रख जाम करने की कोशिश की, लेकिन संभ्रांतजनों व पुलिस के समझाने पर लोग शांत हुए। बताया जाता है कि मंदिर का शनिवार को श्रृंगार है। इसी के परिप्रेक्ष्य में मंदिर के पुजारी की ओर से पंचवटी स्थित विशंभर टेंट हाऊस के कर्मचारी लाइटिंग व छत पर तिरपाल लगाने का काम कर रहे थे। इसी दौरान बटाऊवीर निवासी रामप्रसाद कन्नौजिया (36) छत के समीप से गया। 11 हजार वोल्ट की तार के चपेट में आ गया। करंट लगने से मजदूर सड़क पर गिर पड़ा, जिससे सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मृतक के मौत की खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी गुड़िया रोते-रोते बेसुध हो जा रही थी। वहीं पिता शोभर का भी बुरा हाल था। मृतक की तीन पुत्रियां हैं