Earth Day 2023: विश्व पृथ्वी दिवस आज, जानें इसका इतिहास, थीम और उद्देश्य
वाराणसी (रणभेरी): वर्ल्ड अर्थ-डे यानी विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह विश्व पृथ्वी दिवस (Earth Day) का 53वां आयोजन होगा। इसको मनाने का मकसद है कि लोग पृथ्वी के महत्व को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के प्रति जागरूक हों धरती को जननी कहते हैं। धरती जानवरों से लेकर इंसानों तक को जीवन देती है। जिंदा रहने के लिए श्वास, जल और भोजन देती है। हालांकि इंसान पृथ्वी से प्राप्त तत्वों का भरपूर दोहन कर रहे हैं और उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं। दिन पर दिन पृथ्वी और इसका वातावरण दूषित हो रहा है। ऐसे में विश्व प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को अर्थ डे यानी पृथ्वी दिवस मनाता है। पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य वातावरण को संरक्षित करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। इस दिन को मनाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में की थी। पर्यावरणीय खतरे को कम करने के लिए लोग पृथ्वी द्वारा प्रदत्त चीजों को शुक्रिया किया जाना चाहिए और पृथ्वी दिवस पर प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। पृथ्वी दिवस के मौके पर अपने परिवार, रिश्तेदार, दोस्तों और करीबियों को प्रकृति को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पर्यावरण शिक्षा दें। इस साल वर्ल्ड अर्थ डे की थीम है, ‘इन्वेस्ट इन आवर प्लांट (Invest in our planet), मतलब ‘हमारे ग्रह में निवेश करें’ .इसमें मुख्य बिंदु (की प्वाइंट) है पर्यावरण संरक्षण के लिए मौजूदा चुनौतियों को जान कर उन्हें खत्म करने के उपायों पर विचार-विमर्श करना है।
विश्व पृथ्वी दिवस ग्लोवल स्तर पर 192 देशों द्वारा मनाया जाता है. 60-70 के दशक में जंगलों और पेड़ों की अंधाधुन्ध कटाई को देखते हुए सितम्बर 1969 में सिएटल, वाशिंगटन में एक सम्मलेन में विस्कोंसिन के अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने इसे मनाने की घोषणा की. इस राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन में अमेरिका के स्कूल और कॉलेजों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था. इसके साथ ही इस सम्मेलन में 20 हजार से अधिक लोग इक्कट्ठा हुए थे. साल 1970 से लगातार ये दिवस मनाया जा रहा है।