सपा कल से चलाएगी '300 यूनिट बिजली पाओ, नाम लिखाओ छूट ना जाओ' अभियान, घर-घर पहुंचेंगे सपाई
(रणभेरी): यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान एक बार फिर प्रेस कांफ्रेंस में 300 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि सपा '300 यूनिट बिजली पाओ, नाम लिखाओ छूट ना जाओ' अभियान चलाएगी। सपा कार्यकर्ता इस अभियान के तहत घर-घर पहुंचेंगे। इस अभियान के तहत जो लोग 300 यूनिट फ्री बिजली चाहते हैं उनसे फार्म भरवाया जाएगा। जिनके पास बिजली का बिल है वो उसी नाम को लिखें और जो भविष्य में कनेक्शन लेना चाहते हैं वो राशन कार्ड के अनुसार नाम लिखवाएं।अखिलेश यादव ने कहा कि हम चुनाव आयोग से रथ चलाने की अनुमति मांगेंगे। इसके साथ ही डोर टु डोर और ऑनलाइन अभियान भी चलेगा।
इस दौरान हेमंत कुमार कुशवाहा, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी चंदौली, नरेंद्र कुशवाहा, हरिओम कुशवाहा,ओम प्रकाश मौर्य,राज कुमार मौर्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष नेशनल यूथ पार्टी समेत विभिन्न लोगों ने समाजवादी पार्टी को 2022 चुनाव में समर्थन का ऐलान किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि- समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र अभी आना है। जिसमें यूपी के विकास के कई बिंदु आएंगे। हमने 300 यूनिट फ्री बिजली देने का ऐलान पहले ही किया है। यह फैसला यूपी के आम लोगों के लिए काफी फायदेमंद है। कई जगहों पर बिल को लेकर दिक्कतें सामने आई। बड़े पैमाने पर शोषण भी हुआ। उन्होंने कहा जिनके पास वर्तमान में घरेलू बिजली कनेक्शन है। उनके घरेलू बिजली कनेक्शन में जो नाम है वही नाम फॉर्म में लिखवाएं। जो लोग 300 यूनिट फ्री बिजली चाहते हैं उनके लिए कल से फॉर्म भरने का अभियान शुरु होगा।जिनके पास घरेलू कनेक्शन नहीं है और भविष्य में वह नया कनेक्शन लेने वाले हैं वह आधार कार्य और राशन कार्ड में लिखा नाम ही अंकित करवाए। किसी का नाम न छूटे यह खास ख्याल रखें। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जैसे ही पाबंदियां हटेंगी वैसे ही समाजवादी विजय रथ की अनुमति मांगी जाएगी। तब तक नियमों का पालन करते हुए सपा के कार्यकर्ता फ्री बिजली के लिए फॉर्म भरवाएं। यह फॉर्म भरना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि जो बिल में नाम हो वही नाम सामने आए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोगों ने किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने का वादा किया था पर अभी तक नहीं हुई और जब किसान आंदोलन कर रहे थे तब वो किसानों को आतंकवादी कह रहे थे। जिन लोगों को किसान आतंकवादी लगते हैं वो अन्न खाना बंद कर दें।