Dev Diwali 2022: जाने दीपावली के आयोजन का समय और स्थल
वाराणसी (रणभेरी): आज देव दीपावली है। ये पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। हिंदू धर्म में दिवाली की तरह देव दीपावली का भी महत्व है। इस त्योहार को भी दीपों का त्योहार कहा जाता है। देव दिवाली का ये पर्व दीपावली के ठीक 15 दिन मनाया जाता है। देव दिवाली मुख्य रूप से काशी में गंगा नदी के तट पर मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन देवता काशी की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं। देवों की इस दिवाली पर वाराणसी के घाटों को मिट्टी के दीयों की रोशनी से सजाया जाता है। इस दिन काशी नगरी में एक अलग ही उल्लास देखने को मिलता है।
वही जिला प्रशासन ने दीपावली के आयोजन का समय तय कर दिया है।जिला प्रशासन के अनुसार पूरा आयोजन पांच घंटे का होगा। इस दौरान सभी गंगा घाटों पर दीप प्रज्जवलन, फायर क्रैकर शो और गंगा आरती की जाएगी और रात दस बजे तक लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। इसके पूर्व परंपराओं के अनुसार पंचगंगा घाट पर सबसे पहले हजारा का दीप प्रज्जवलित कर काशी के अनोखे दीप पर्व की शुरुआत की जाएगी। आयोजन की रूपरेखा तय होने के बाद प्रशासनिक तैयारी दोपहर से गंगा घाट और गंगा के पार शुरू हो गई है। गंगा के पार 15 मिनट का फायर क्रैकर शो के लिए पटाखों को लगाने और रेत पर दीप प्रज्जवलन और रंगोली दोपहर से ही बनने का क्रम शुरू हो गया है। दोपहर बाद सभी चौरासी घाटों और प्रमुख गंगा घाटों पर दीपों को सजाने और रंगोली बनाने का क्रम शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही गंगा तट पर थीम आधारित झांकियां और फूलों की झांकियों संग दीपों की रंगोली आकर्षण का केंद्र होगी।
आयोजन का समय और स्थल
शाम पांच बजे से 6.30 बजे तक : दीपों का प्रज्जवलन गंगा के सभी घाट।
शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक : दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से गंगा आरती।
शाम 7 बजे से 7.20 बजे तक : प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो चेत सिंह किला घाट पर।
शाम 7:30 बजे से 7.45 बजे तक : ग्रीन कोरियोग्राफ्ड फायर क्रैकर शो काशी विश्वनाथ घाट गंगा द्वार के विपरीत।
रात्रि 8 बजे से 8.20 बजे तक : प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो चेत सिंह किला घाट पर।
रात्रि 8.40 बजे से 9 बजे तक : प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो चेत सिंह किला घाट पर।
रात्रि 9.20 बजे से 9.40 बजे तक : प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो चेत सिंह किला घाट पर।
वहीं पर्यटकों और स्थानीय जनता के अवलोकनार्थ प्रोजेक्शन मैपिंग और लेजर शो का पुन: संचालन हर बीस मिनट के अंतराल पर रात दस बजे तक किया जाएगा। इसे देखने के लिए नौका विहार करने वालों के बीच काफी उत्साह रहता है।