सिर्फ झूठ परोसकर जनता को बहकाती है भाजपा : अनुराधा
- सबका साथ सबका विकास बस एक जुमला, सिर्फ दो बड़े उद्योगपतियों का ही हुआ विकास
- महंगाई, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा के साथ साथ विकास हमारे अहम मुद्दे
- 70 साल के कांग्रेस के कामों को बस बेचने का काम की है भाजपा
- 2022 के चुनाव में मजबूती से उतरने जा रही कांग्रेस
वाराणसी (रणभेरी): यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये पार्टियों ने कमर कस ली है। चुनाव में कुछ ही महीने शेष हैं और राजनीतिक दल तैयारियों में जी जान से जुट गए हैं। एक तरफ गठबंधन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं तो दूसरी ओर पार्टी की मजबूती और तैयारियों में आगे रहने पर भी जोर है। सत्ताधारी दल का पुराने साथियों को जोड़े रखने पर जोर है तो विपक्ष नए समीकरण गढ़ने में जुटा है। पर खुलकर पत्ते अब तक किसी ने नहीं खोले हैं। इस बीच कांग्रेस ने अभी से उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं भाजपा, सपा और बसपा जैसे बाकी दल संगठन की मजबूती में जुट गए हैं।
कोशिश मूल वोट को एकजुट रखने के साथ ही दूसरी पार्टियों के बेस वोटों में सेंधमारी की है। संगठनों के नए पदाधिकारी इसी रणनीति के तहत तय किये जा रहे हैं। कांग्रेस इस बार यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में है। यूपी में दलित पाॅलिटिक्स को हवा देने से लेकर कानून व्यवस्था, बेारोजगारी और महंगाई जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रियंका गांधी समेत पूरी कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमला करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में जुटी है। चुनावी घमासन के बीच प्रियंका गांधी ने महिलाओं के लिए पिटारा खोल दिया है। प्रियंका ने महिला घोषणापत्र जारी कर विपक्षी खेमे में खलबली मचाने की कोशिश की है। कांग्रेस के महिला घोषणापत्र में महिलाओं को लेकर कई वादे किए गए हैं।
प्रियंका गांधी ने महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि ये पहला महिला घोषणा पत्र नहीं होगा, इससे दूसरे राजनीतिक दलों पर भी दबाव होगा कि महिलाओं की भागीदारी को सीरियसली लिया जाए। प्रियंका का कहना है कि महिलाओं को सशक्त करना कांग्रेस का उद्देश्य है। महिलाएं अगर अपनी शक्ति पहचान लें तो देश की राजनीति बदल सकती है। चुनाव से पहले सूबे की आधी आबादी को साधने की कोशिश में जुटी प्रियंका गांधी इंदिरा गांधी और सुचेता कृपलानी का नाम लेकर महिलाओं की जनभावना को उभारने की कोशिश भी कर रही है। यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी द्वारा महिलाओं को 40% की भागीदारी, 20 लाख युवाओं को रोजगार, कॉलेज की लड़कियों को स्कूटी देने का वादा करके चुनावी दंगल में नया बदलाव ला दिया है।
प्रियंका गांधी की सक्रियता ने यूपी विधानसभा चुनाव में एक नया मोड़ ला दिया है। प्रियंका गांधी जिस तरीके से निर्भीक होकर मैदान में उतरी है, उससे अन्य पार्टियों की नींदे गायब हो गई है। सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव 2022 में अपना दमखम दिखाने में जुट गई है। इसी क्रम में आपका अखबार "रणभेरी" यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 की रणनीतियों को लेकर कांग्रेस पार्टी के उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव में कैंट विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश कर रहे कांग्रेस के महिला जिलाध्यक्ष अनुराधा यादव से बात की। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार किस तरीके से काम कर रही है और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी किस प्रकार तैयार है....!
- चुनावी दंगल: कांग्रेस के महिला जिलाध्यक्ष अनुराधा यादव से "रणभेरी" की खास बातचीत
बोली अनुराधा: ये बीजेपी सरकार न तो युवाओं की हैं, न किसानों की हैं और न ही महिलाओं की हैं क्योंकि इनका एक नारा था "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" लेकिन इनके सरकार में तो बेटी बचाओ और इनके मंत्रियों से बलात्कार करवाओ हुआ है। इनका एक और नारा था गरीबी हटाओ पर ये गरीबों को ही हटा रहे हैं।
- सवाल: आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आपकी क्या तैयारियां हैं और पार्टी के क्या अहम मुद्दे हैं ?
जवाब: मुद्दे तो बहुत सारे हैं क्योंकि जो वर्तमान सरकार है हर तरीके से आम जनमानस को परेशान किए हुए है। महंगाई, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा के साथ साथ विकास हमारे अहम मुद्दे हैं। भाजपा सरकार जो सभी सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर रही हैं हम इसका विरोध करते हैं। इन सभी मुद्दों के साथ हम 2022 के चुनाव में उतर रहे हैं। तैयारियों की बात करें तो हमारा संगठन बहुत मजबूत हुआ है। हम प्रियंका गांधी के नेतृत्व में काफी मजबूती से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। सभी प्रत्याशी जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को जानने का काम कर रहे हैं। और कांग्रेस को लोगों का भी पूरा सहयोग और भरोसा मिल रहा है।
- सवाल: वाराणसी की जनता इस समय किन परेशानियों से जूझ रहीं हैं और आप इन समस्याओं के निवारण के लिए क्या करेंगी ?
जवाब: वाराणसी की जनता कई परेशानियों से जूझ रहीं हैं जिनपर कभी सरकार की नजर नहीं जाती। जनता इस समय परेशानियों से घिरी हुई है। पानी, बिजली, सीवर और गंदगी की समस्या तो आम बात है। स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था भी ठीक नहीं है। कोरोनाकाल में लोगों को कई परेशानियां झेलनी पड़ी। कांग्रेस पार्टी ने महामारी के वक्त जनता के बीच जाकर उनकी मदद की है। काशी की जनता को मदद करने का हर प्रयास कांग्रेस ने किया है और आगे भी करती रहेगी।
- सवाल: जो पार्टी 32 साल से सत्ता से दूर रही है या यूं कहे की हारती रही है तो इस बार ऐसा क्या है जिससे कांग्रेस चुनाव जीतेगी ?
जवाब: बिल्कुल, 32 साल से कांग्रेस सत्ता में नहीं रही है और हमने भी जबसे राजनीति में आया तबसे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं देखी लेकिन कांग्रेस की जो विचारधारा है वो न देश से खत्म हुई और न ही प्रदेश में। इन्ही विचारधारा के कारण 2022 में कांग्रेस बहुत मजबूती से ऊपर आएगी। प्रियंका गांधी के नेतृत्व में पार्टी काफी मजबूती से उभरकर खड़ी है। महिलाएं और छात्राएं काफी उम्मीद से हमारी तरफ देख रही है और हमसे जुड़ने का काम कर रही हैं। इसलिए हम 2022 में बहुत मुजबूती के साथ वापस सत्ता में आएंगे।
- सवाल: भाजपा सरकार ने सबका साथ, सबका विकास नारे के साथ कार्यकाल पूरा किया, तो क्या सबका विकास हुआ? आपका क्या कहना है?
जवाब: बिल्कुल नहीं, सबका साथ सबका विकास तो बस एक जुमला ही बन कर रह गया। यहां तो सिर्फ दो बड़े उद्योगपतियों का ही विकास हुआ है और सरकार उनका ही साथ दे रही हैं। जनता महंगाई से त्रस्त है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, किसान आंदोलन कर रहे है। भाजपा सरकार किसान का तो कभी साथ ही नहीं दिया और न ही विकास किया। ये नारा भी एक जुमलेबाजी ही है। सिर्फ झूठ बोलकर, जनता को गुमराह करके अबतक भाजपा ने सरकार चलाई है।
- सवाल: भाजपा का कहना है की जो 70 सालों में नहीं हुआ वो पिछले 7 साल में हुआ है इसपर आप क्या कहेंगी ?
जवाब: बिल्कुल, जो कांग्रेस ने 70 सालों में नहीं किया वो भाजपा ने इन 7 साल में कर दिखाया है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा 70 सालों में किए गए कामों को बस बेचने का काम किया है। बेचने के अलावा और आता ही क्या है भाजपा सरकार को। बेरोजगारी बढ़ी है, महंगाई बहुत ज्यादा है, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, शिक्षक और किसान आंदोलन कर रहे हैं। सभी संस्थान चाहे निजी हो या सरकारी सभी इनसे त्रस्त हो चुके हैं, यही इनका विकास है।
- सवाल: भाजपा के सामने विपक्ष कमजोर और हतास क्यों दिखाई पड़ता है ? क्या वाकई विपक्ष कमजोर है?
जवाब: ये भाजपा 2014 में झूठ और जुमलेबाजी की राजनीति कर सरकार में आई हैं और तब से ही विपक्षी पार्टियों को परेशान करने का काम किया है। झूठे मुकदमे कर डराने की कोशिश करते हैं और सच बोलने से रोकते रहे हैं। ये सिर्फ झूठ ही परोसते आएं है और जनता को बहलाते आएं हैं। पर कांग्रेस पार्टी ने कभी ऐसा नहीं किया और हम कभी किसी से डरे नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी न कभी डरी है और न ही रुकी है और न ही भविष्य में कभी डरेगी।
- सवाल: प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी को क्योटो शहर बनाने का वादा किया था आपको क्या लगता है यह शहर कितना क्यूटो जैसा बन पाया ?
जवाब: हां, बिल्कुल इन्होंने बनरास को क्योटो शहर जैसा बनाया दिया है। ये जिन चाइना की सामानों का बहिष्कार करने की बात करते हैं उन्हीं की चाइनीज झालर सड़कों पर लगा दी हैं। घाटों पर अब भी गंदगी दिखाई देती है और जगह जगह सड़के खुदी पड़ी हैं। नाले बह रहे हैं और जब भी कोई आता है तो गंदगी को पर्दे से ढक दिया जाता है और इस तरीके से बनारस क्यूटो बन जाता है। कई कॉलोनियां तो रहने लायक नहीं है क्योंकि वहां सीवर व्यवस्था सही नहीं है, साफ सफाई की कोई सुविधा नहीं है हर जगह गंदगी फैली रहती है, जहां कभी इनकी नजर नहीं जाती। बस कुछ लोगों के आने तक शहर को क्योटो जैसा बना दिखा दिया जाता है।
- सवाल: चुनाव का समय आते ही भाजपा लोकार्पण पर लोकार्पण कर रही, इससे भाजपा को कितना फायदा होगा ?
जवाब: चुनाव के समय जो ये भाजपा लोकार्पण पर लोकार्पण किए जा रही है इसका इन्हे कोई फायदा नहीं होने वाला है। जनता इनकी सरकार को देख चुकी हैं और इनके कारनामों और झूठ से त्रस्त हो चुकी है। ये कुछ भी कर ले जनता इनके बहकावे में अब नहीं आने वाले हैं। इनके इतने लोकार्पण से न किसी को रोजगार मिलने वाली हैं न गरीबी मिटने वाली हैं, न शिक्षा और न ही स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था सुधरने वाली हैं। जनता सब समझती हैं और इनके चालों को अच्छे से जान चुकी हैं, तो इस बार इनका कोई जुमला चलने वाला नहीं है।
- सवाल: सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है यह आमलोगों के लिए कितना सही है ?
जवाब: मुझे नहीं लगता की किसी भी सरकारी संस्थान का निजीकरण करने से आमलोगों को कोई फायदा होगा। उधारण के तौर पर कोरोनाकाल ही देख लीजिए, उस समय में सबसे आगे की पंक्ति में कौन दिखाई दिया, सरकारी संस्थान ही हमारी मदद में लगे हुए थे। कोई प्राइवेट संस्था मदद को आगे नहीं आया। अस्पताल और पुलिस जैसी सरकारी संस्था ही कोरोना से लड़ने का काम किया। जब भी कोई आपदा आती है तो ये सरकारी संस्था ही आगे आकर आम लोगों की मदद करते हैं अगर यह नहीं रहेगी तो फिर लोग कहां जायेंगे।
- सवाल: प्रियंका ने नारा दिया है, "लड़की हूं लड़ सकती हूं" इसका क्या मतलब है और उन्हें ये नारा क्यों देना पड़ा?
जवाब: उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के शासनकाल में महिलाओं के साथ बहुत उत्पीड़न किया जा रहा है। हाथरस, बनारस में ही देख लीजिए किस तरह बच्चियों पर अत्याचार किया गया। जहां जहां ऐसी घटनाएं हुईं हैं वहां प्रियंका गांधी जाकर पूरी मजबूती से उनको न्याय दिलाने का प्रयास कर रही हैं, उनका आवाज बन रही हैं। प्रियंका दीदी ने जब महिलाओं के बीच जा कर उनकी समस्याओं को सुना, उनका दर्द महसूस किया और सोचा क्यों न महिलाओं को ही मजबूत और सशक्त बनाए। नारी शक्ति की आवाज बन कर उन्होंने ये नारा दिया है "लड़की हूं लड़ सकती हूं"। लड़की हूं लड़ सकती हूं का मतलब यह है कि हम महिलाएं अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों से खुद लड़ सके, हम अपने अधिकारों के लिए खुद लड़ सकें।
- सवाल: प्रियंका गांधी ने चुनाव में 40% सीट महिलाओं को देने का वादा किया है इससे चुनाव में कितना फायदा मिलेगा ?
जवाब: पहले तो मैं बता दूं कि प्रियंका गांधी ने सिर्फ ये वादा ही नहीं किया बल्कि एक प्रतिज्ञा ली है। भारत की राजनीति में पहली बार विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40% हिस्सेदारी दी जा रही है क्योंकि हम जानते है की जब देश की महिलाएं मजबूत व सशक्त होगीं तभी हमारा देश मजबूत होगा। महिलाएं तरक्की करेंगी तो देश तरक्की करेगा। कांग्रेस पार्टी ने और भी प्रतिज्ञाएं ली हैं जो सरकार बनने पर जरूर पूरा करेगी।
- सवाल: जनता के लिए आपका संदेश !
जवाब: मैं रणभेरी के माध्यम से जनता, पूरी काशीवासियों से अपील करती हूं कि आप कांग्रेस को वोट करें क्योंकि आपने पूर्व में सपा, बसपा की सरकार को देखा और अभी भाजपा की सरकार को तो देख ही रहे हैं। इसलिए इसबर भूल न करें कांग्रेस को वोट करें। अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सही चुनाव करें। वोट करने जरूर जाएं।