BHU के छात्र ने भोजपुरी भाषा में लिखा शोध प्रबंध, देश का पहला केंद्रीय विश्वविद्यालय बना बीएचयू
वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय में भोजपुरी अध्ययन केंद्र के तहत शोध करने वाले छात्र धीरज कुमार गुप्ता ने ‘भोजपुरी पत्रकारिता का उदभव और विकास-एक अध्ययन’ विषय पर 235 पेज का अपना पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में ही लिखा है। यह देश का पहला ऐसा केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं, जहां भोजपुरी पत्रकारिता विषय पर पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में ही लिखा गया है। 2009 में स्थापित भोजपुरी अध्ययन केंद्र एक अंतर अनुशासनिक केंद्र हैं। यहां पर अध्ययनरत सभी शोध छात्र मान्यता प्राप्त किसी भी भाषा में शोध प्रबंध लिख सकते हैं। मुख्यत: हिंदी, अंग्रेजी में शोध छात्र अपना शोध प्रबंध प्रस्तुत करते रहते हैं लेकिन भोजपुरी अध्ययन केंद्र के तहत शोध करने वाले धीरज ऐसे पहले शोध छात्र हैं, जिन्होंने अपना पूरा शोध प्रबंध भोजपुरी भाषा में लिखा है। 30 दिसंबर को धीरज ने अपना शोध प्रबंध जमा कर दिया है। अब कुछ औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद उसे उपाधि का इंतजार है।