बीस दिनों के बाद डॉ. ओम शंकर ने खत्म किया आमरण अनशन
वाराणसी (रणभेरी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में पिछले 20 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष हृदय विभाग डॉ. ओम शंकर ने आज गुरुवार को अपना आमरण अनशन तोड़ दिया। वरिष्ठ नागरिकों-शिक्षकों और किन्नर समाज के सामने उन्होंने अपना अनशन तोड़ा और कहा कि आगे की कार्रवाई हम लोग कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत लड़ाई लड़ेंगे और हमारे साथ सारी जनता खड़ी है।
अनशन तुड़वाने वाले अब्दुल बातिन नोमानी ने बताया कि अफसोस की बात है प्रो. के अनुसार जो मांगे जायज थी उनको पूरा करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आज हम डॉक्टर साहब का अनशन तुड़वाने आए है और ये लड़ाई आगे जारी रहेगी। वहीं ट्रांसजेंडर सलमा ने कहा कि, आज हम डॉ. साहब से निवेदन करने आए है कि वो अनशन को तोड़ दें, क्योंकि जीवन बहुत बड़ा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री और सांसद को इस बारे में पूरी खबर है कि प्रो. बीएयचू में 20 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे है। पीएम को चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए और उन्हें दोबारा यहां का प्रत्याशी नहीं होना चाहिए। हम डॉक्टर से अपील करते है अनशन को तोड़े। उन्होंने कहा, हमारी लड़ाई खत्म ना हुई है हम आगे लड़ेंगे। महंत संकरान्दास ने बताया कि डॉक्टर साहब हमारे देश की धरोहर है, जो भी लोग इस आंदोलन में लगे हुए है सबको धन्यवाद देना चाहता हूं। साथ ही डाक्टर से आग्रह करुंगा कि आंदोलन रोकना नहीं बस स्थगित करना है। मैं यहा से संकल्प लेकर जाऊंगा कि 365 दिनों में हर घर-गांवों में जाऊंगा और डॉक्टर ओम शंकर के स्वास्थ्य और शिक्षा के मिशन को आगे बढाऊंगा लोगों को जागरुक करूंगा। डॉक्टर साहब हमारे देश का भविष्य है। सरकार से भी कहूंगा आप ठीक काम नही कर रहे है। उन्होंने कहा पीएम की क्या मजबूरी है जो सब जानकर भी उनके कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।