साइबर ठगों के निशाने पर बनारस

वाराणसी (रणभेरी सं.)। साइबर जालसाजों के नजर पर बनारस है। आए दिन साइबर ठगी का मामला प्रकाश में आता रहता है। इसी क्रम में एक बार फिर साइबर ठगों ने कमच्छा निवासी वीरेंद्र कुमार मालू को ठगी का शिकार बनाया है। पीड़ित ने भेलूपुर थाने पर साइबर जालसाजी का मामला दर्ज कराया है। वीरेंद्र के अनुसार उसके क्रेडिट अकाउंट से साइबर जालसाजों ने 20 मिनट में 3.72 लाख रुपए निकाल लिए । जिसके लिए न उसके मोबाइल पर ओटीपी आया और नाही डेबिट का मैसेज। फिलहाल पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। बैंक से क्रेडिट कार्ड की डिटेल निकाली जा रही है। वीरेंद्र कुमार मालू ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया - 26 फरवरी 2024 को दोपहर 1 बजकर 19 मिनट से 1 बजकर 39 मिनट के बीच में मेरे एचडीएफसीऔर एसबीआई क्रेडिट कार्ड से 3,72,432 रुपए निकाल लिए। इसके पहले मुझे अमेरिकन एक्सप्रेस का एजेंट बनकर एक वीडियो काल आयी थी। उस काल के कटने के बाद मेरे क्रेडिट अकाउंट से पैसे ट्रांसफर होना शुरू हो गए। वीरेंद्र ने बताया- पैसे कट रहे इसका पहला मैसेज 1 बजकर 38 मिनट पर आया। जिस जगह पैसा कटा था। उसका नाम मैसेज में अमेजन पे बैलेंस लोआ मुंबई लिख के आया। यह घटना 26 फरवरी को हुई। जिसे लेकर कई बार बैंक के चक्कर काटे पर कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को शिकायत की है। मामले में भलूपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी गोपाल जी कुशवाहा ने बताया- युवक की तहरीर पर 66डी का मुकदमा लिखा गया है। जांच की जा रही है।
गोल्ड लोन के नाम पर 40 लाख ठगे
वाराणसी (रणभेरी सं.)। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड का एजेंट बनकर व्यक्ति से 29.90 लाख रुपए और 11 लाख के आभूषण ठगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में सोनारपुरा निवासी बच्चे लाल यादव ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। जिसपर संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित के अनुसार में अभियुक्ता पूजा सेन उसके यहां पूर्व में किरायदार रही है। ऐसे में उसकी बातों पर विश्वास कर लाइफ इंश्योरेंस के नाम पर पैसे दिए और गोल्ड लोन के नाम पर 11 लाख के गहने भी दिए। पीड़ित बच्चे लाल यादव ने बताया- मै मिठाई की दुकान चलकर अपना परिवार चलाता हूं। मेरे मकान में पूजा सेन और उसके पिता शम्भुनाथ सेन कई सालों से किरायदार थे। जो कुछ वर्ष से कहीं और रहने लगे हैं। उसके बावजूद हमारे घर से उनका आना जाना बना हुआ था। इसी क्रम में साल 2023 में पूजा सेन खुद को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड का एजेंट बताते हुए मिली। साथ में एक अन्य व्यक्ति दिलीप डे को इसी कंपनी का मैनेजर भी बताया था। पीड़ित ने बताया - पूजा ने मुझे भरोसा दिलाया कि लाफ इंश्योरेंस में पैसा लगाने से बहुत मुनाफा होगा। इसपर विश्वास करते हुए सबसे पहले 11 मार्च 2023 को 90 हजार रुपए नकद दिए। इसके बाद 24 अक्टूबर 2023 को 10 लाख नकद और 24 दिसंबर 2023 को 10 लाख का चेक दिया। इसके एवज में उसने एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस लिमिटेड रसीद भी दी गई। इसके अलावा पूजा सेन 25 मई 2024 को मेरे घर आयी और गोल्ड लोन दिलाने के नाम पर 6 लाख 50 हजार का सोने का आभूषण ले लिया। उसकी रसीद भी दी। इसके बाद 24 जुलाई 2024 को 6 लाख के स्वर्ण आभूषण लिए और लोन की बात कही पर उसकी रसीद आज तक नहीं दी। इस संबंध में थाना प्रभारी गोपाल जी कुशवाहा ने बताया- मामले में बीएनएस की धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 316, 352, और 351(2) नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें पूजा सेन, दिलीप डे, शंभूनाथ सेन, सौरभ और पूजा सेन की माता का नाम है। पीड़ित से पूछताछ के बाद अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।