मारपीट में घायल युवक की माैत के बाद लोगों ने सड़क पर किया हंगामा, आरोपी के घर बुलडोजर चलाने की मांग; दो दरोगा निलंबित

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के रामनगर थानाक्षेत्र के गोलाघाट के रहने वाले मुकेश चौहान की सोमवार को ईलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। युवक की मौत की खबर मिलते ही मोहल्ले में मातम छा गया। आक्रोशित परिजनों और इलाके लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर रामनगर चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। उनका कहना है कि दो अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया जाए। दोषियों को फांसी देने के साथ ही मकान पर बुलडोजर चलाने की मांग है। चक्काजाम की सूचना पर मौके पहुंचे थानाध्यक्ष राजू सिंह लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
इसके बाद डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी ने परिजनों से वार्ता कर कार्रवाई की बात कही। डीसीपी काशी ने लापरवाही बरतने वाले दो दरोगा अमीर बहादुर सिंह और अंशु पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
बता दें 10 मई से इलाजरत मुकेश की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। उसे पुरानी रंजिश में लाठी और लोहे की रॉड से अधमरा कर झाड़ियों में फेक दिया गया था। आक्रोशित परिजन इस समय चक्काजाम कर हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज है। वहीं परिजन लगातार हत्यारों को पकड़े के लिए नारेबाजी कर रहे हैं ।
मुकेश चौहान के भाई सूरज चौहान ने पुलिस ने बताया कि 10 मई को मेरा भाई मुकेश मम्मी की दवा लेने के लिए रात 10 बजे निकला था पर भोर तक वापस नहीं आया तो हमने उसकी तलाश शुरू की। काफी खोजने के बाद नहीं मिला। इसी दौरान किसी ने बताया कि आप का भाई गंभीर हाल में लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में भर्ती है। इसपर वहां पहुंचे तो डॉक्टर ने उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।
सूरज ने बताया - ट्रामा सेंटर ने एडमिट करने से इनकार कर दिया। तो हम लोग डाफी के मैक्सवेल हॉस्पिटल में उसे भर्ती कराए जहां पैसा अधिक लगने से दोबारा ट्रामा सेंटर लेकर आए जहां उसका आज निधन हो गया। मुकेश ने घायल अवस्था में बताया था कि नंदलाल यादव जिनसे हमारी पुरानी रंजिश है। उन्होंने इस रात उसे अकेला पाकर पकड़ लिया था और लाठी और लोहे की रॉड से बहुत मारा था। जिससे उसकी मौत हो गई। हमारी मांग है कि हत्यारों को फांसी की सजा हो।