निजी नलकूप से खेती करने वाले किसान परेशान
वाराणसी(रणभेरी)। गांवों में निजी नलकूप के माध्यम से खेती करने वाले किसान इस समय परेशान है। प्रदेश सरकार द्वारा निजी नलकूपों को विद्युत उपभोग करने की छूट देने की घोषणा तो कर दी गई है। लेकिन यह कब और किस समय से मिलेगी और किन नलकूप संचालकों को मिलेगी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। किसानों का कहना है कि उन्होंने प्रदेश सरकार की घोषणा तो सुनी लेकिन इसका लाभ किस प्रकार मिलेगा इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। बहुत से किसानों ने बताया कि उनका बिल पिछले 5 से 6 महीने से बाकी है। उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिए। पनियरा के किसान कमलापति का कहना है कि उन्होंने निजी पंपिस सेट लगाया है और उसी के पिछले 5 वर्ष से उसी के माध्यम से सिंचाई करते हैं। लगातार समय से विद्युत जमा करते आए हैं पिछले कुछ महीनो से विद्युत बिल बकाया है। उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिए। शहंशाहपुर के राजकुमार पाल कहते हैं कि पिछले 15 वर्षों से पंपिंग सेट लगवा कर सिंचाई कर रहा हूं। विभाग में जाकर उन्हें अपने पंपिंग सेट का पंजीकरण करना होगा या अधिकारियों को सूचना देनी होगी इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है। बताया कि जक्खिनी फीडर पर गया था वहां पर कोई इस संबंध में बताने वाला नहीं मिला। इसी तरह की समस्या ब्रह्मदेव पटेल, लल्लन दुबे, सुशील सिंह, देवेंद्र सिंह सहित तमाम किसान बताते हैं। इन किसानों का कहना है कि विद्युत विभाग के लाइनमैन गांव में आकर के मौके पर पंजीकरण करें और छूट आदि की जानकारी बताएं तभी किसानों को पूरी सही सही जानकारी मिल पाएगी। विभाग के द्वितीय खंड के अधिशासी अधिकारी दिलीप का कहना है कि इसके लिए उपभोक्ता को पावर कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा है। वेबसाइट पर 30 जून तक रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिन किसानों का पहले का विद्युत बिल बकाया है। उनको 30% धनराशि 31 मार्च तक पंजीकरण के रूप में जमा करनी होगी। कहा कि जिन किसानों को जानकारी नहीं मिल पा रही है वह बरईपुर, चितईपुर आकर उनसे मिल सकते हैं और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।