दो सप्ताह से बिना बिजली के सैकड़ों उपभोक्ता

दो सप्ताह से बिना बिजली के सैकड़ों उपभोक्ता

वाराणसी रणभेरी। शहर के सैकड़ों स्मार्ट मीटर कनेक्शन धारक 15 दिनों से बिन बिजली के हैं। खराब मीटर बदलवाने के लिए वे बिजली विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन, उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। अभियंता कोई न कोई तर्क देकर उन्हें वापस कर दे रहे हैं। उपभोक्ताओं ने मीटर कास्ट जमा कर दिया है। वहीं, पूर्वांचल डिस्कॉम प्रबंधन मीटर न बदले जाने जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मीटर सप्लाई करने वाली कंपनी ईईसीएल के अफसरों पर नरमी से पेश आ रहा है। चौक उपकेंद्र की उपभोक्ता नसीम बानो ने बताया कि 13 फरवरी को खराब मीटर बदलवाने के लिए मूल्य जमा कर दिया लेकिन अबतक मीटर नहीं लगा। मैदागिन उपकेंद्र के उपभोक्ता शंकर चौबे ने बताया कि घर में लाइन नहीं है।

निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए कई योजनाओं के तहत काम 

दूसरी तरफ़, गर्मी में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए कई योजनाओं के तहत काम कराए जा रहे हैं। सबसे पहले वितरण ट्रांसफार्मरों पर काम हो रहा है। इसमें 1500 आउटडेटेड वितरण ट्रांसफार्मरों को कंडम घोषित करते हुए उनकी जगह नए ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। पीएम के संसदीय क्षेत्र को गर्मी से पहले ट्रिपिंग विहीन जोन बनाने का लक्ष्य है।

जल्द आएगी नए ट्रांसफार्मरों की खेप

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक तकनीकी जितेंद्र नलवाया ने बातचीत में बताया कि शीघ्र ही नए ट्रांसफार्मरों की खेप आ जाएगी। उन्हें 10 साल के अंदर मरम्मत हो चुके ट्रांसफार्मर की जगह लगाया जाएगा। जहां आवश्यकता होगी, वहां ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि की जाएगी। अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाकर ओवरलोडिंग की समस्या का समाधन किया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेंद्रों पर लगे पावर र्ट्रांसफार्मरों पर विशेष ध्यान

निदेशक ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेंद्रों पर लगे पावर र्ट्रांसफार्मरों पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रोटक्शन वर्क चल रहा है। पावर ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा में लगे उपकरण बदले जा रहे हैं। 33 और 11 केवी लाइनों पर ब्रेकर लगाए जा रहे हैं। लाइटनिंग अरेस्टेर, सीटी (करंट ट्रांसफार्मर) सही किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीएम के संसदीय क्षेत्र को गर्मी से पहले ट्रिपिंग विहीन जोन बना दिया जाएगा। रिवैंप योजना के तहत ओवरलोडेड उपकेंद्र अंडरलोड हो रहे हैं। इसके लिए हाईटेंशन लाइन का निर्माण हो रहा है। पावर और वितरण ट्रांसफार्मरों के लिए फ्रेश ऑयल मंगाया गया है। वर्कशॉप पर भी विशेष नजर है। यहां से 24 घंटे में ट्रांसफार्मर सप्लाई की व्यवस्था चुस्त की जा रही है।