Varanasi NGT की 7 कमेटी टेंट सिटी का करेगी निरीक्षण, वकील बोले- गंगा इकोसिस्टम पर खतरा
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में गंगा उस पर रेती पर बसी टेंट सिटी में सैलानी अभी डेढ़ महीने तक और रुक सकेंगे। इसे जून के पहले सप्ताह तक हटाने की योजना है। गंगा का जलस्तर बढ़ने पर टेंट सिटी हटा ली जाएगी। बारिश खत्म होते ही दोबारा से टेंट सिटी बसा दी जाएगी। हालांकि, उससे पहले ही टेंट सिटी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की 7 सदस्यीय कमेटी आज गंगा रेत पर बने टेंट सिटी का ग्राउंड लेवल पर निरीक्षण करेगी।
कमेटी यह जांच करेगी कि 100 हेक्टेयर में बनी टेंट सिटी से गंगा इकोसिस्टम को कितना खतरा है। अभी तक क्या नुकसान हुए हैं। वहीं, टेंट सिटी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने सीवेज के लिए अलग पाइपलाइन बनाया है। हालांकि यह बात आज जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। इस कमेटी में वाराणसी के जिलाधिकारी एस राजलिंगम का भी नाम है। जांच और निरीक्षण के बाद टीम जांच रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगी, जहां 26 मई को इस मामले की सुनवाई होगी।
एनजीटी की कमेटी में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, एडीएम (नगर) गुलाबचंद, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता (सोन) दिनेश कुमार पांडवाल, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय. के अपर निदेशक डा. एके गुप्ता और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से सीनियर वेस्ट मैनेजमेंट स्पेशलिस्ट रजत कुमार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैत्रानिक डा. एससी शुक्ला आदि को शामिल किया गया है।