नवरात्र पर पूजन और उपवास रखना हुआ महंगा, आसमान छू रहे फलाहार के दाम

नवरात्र पर पूजन और उपवास रखना हुआ महंगा, आसमान छू रहे फलाहार के दाम

वाराणसी (रणभेरी): आज से शारदीय नवरात्र शुरु हो गया है। नवरात्र पर उपवास रखना भी महंगा पड़ने वाला है। बढ़ती कीमतों की वजह से फलाहार लोगों की पहुंच से दूर हो गया है। हर बार की तरह इस बार भी नवरात्र पर्व महंगाई की मार से अछूता नहीं बच पाया है। नवरात्र प्रारंभ होने से पहले ही नवरात्र पूजन में प्रयोग होने वाली सामग्री से लेकर फल, आलू व व्रत में खाई जाने वाली समाग्री के दाम चढ़ गए हैं। जिसके चलते नवरात्र पर पूजन और व्रत सामग्री खरीदने में लोगों की जेबें ज्यादा ढीली होने लगी है।

वहीं, नवरात्र पर उपवास रखना भी महंगा पड़ रहा है। बढ़ती कीमतों की वजह से फलाहार लोगों की पहुंच से दूर हो गया है।  मंगूफली जहां 10 दिन पहले 90 रुपये किलो था, अब इसकी कीमत 110 रुपये पहुंच गई है। मखाना 500 से 600 रुपये, छुहाड़े 180 से 200, किशमिश 280 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गया है। कुट्टू का आटा 170 से 200 रुपये और सिंघाड़े का आटा 170 से 200 रुपये किलो हो गया है। सामा चावल 140 रुपये से बढ़कर 180 रुपये में बिक रहा है। 15 किलो का देसी घी 7800 में मिल रहा था जो कि 8800 रुपये में बिक रहा है। जो काजू पहले 900 रुपये किलो था वह बढ़कर 1000 रुपये हो गया है। दुर्गाकुंड क्षेत्र में दुकान संचालक अशोक ने बताया कि 10 से लेकर 500 रुपये तक में मां की चुनरी उपलब्ध है।

वैसे तो कई रंगों में चुनरी है, लेकिन भक्तों को लाल रंग अधिक पसंद आ रहा है। खरीदारी करने आई मधु ने बताया कि नवरात्र पर वह घर में महिला कीर्तन मंडली से जागरण करवाने वाली हैं। ऐसे में मां के लिए चुनरी और अन्य पूजन सामग्री खरीद रही हूं। मंगूफली जहां 10 दिन पहले 90 रुपये किलो था, अब इसकी कीमत 110 रुपये पहुंच गई है। मखाना 500 से 600 रुपये, छुहाड़े 180 से 200, किशमिश 280 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गया है।