आज बाबा विश्वनाथ का गौना उत्सव, भूतनाथ 14 मार्च को काशी में खेलेंगे चिता-भस्म की होली
वाराणसी (रणभेरी): लेवाराणसी में रंगभरी एकादशी पर बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का गौना उत्सव आज शुरू हो रहा है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पास टेढ़ीनीम स्थित पूर्व महंत आवास पर गौरा के हल्दी तेल की रस्म निभाई जाएगी। वहीं, वाराणसी में 14 मार्च को रंगभरी एकादशी पर श्रीकाशी विश्वनाथ का गौना शहरभर में बाजा, बारात और भूतनाथ के साथ निकगा। बाबा विश्वनाथ अपने गणों के साथ अपनी ससुराल पहुंचेंगे, जहां से मां गौरा की विदाई कराकर भक्तों के साथ होली खेलेंगे।वहीं, अगले दिन 15 मार्च को महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली खेली जाएगी। मणिकर्णिका के साथ हरिश्चंद्र घाट पर भी स्वयं भूतभावन अड़भंगी बनकर जलती हुई चिताओं से राख उठाकर लोगों पर डालेंगे। इसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से शिवभक्त काशी आते हैं। यह रस्म पिछले 364 साल से निभाई जा रही है। रंगभरी एकादशी पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत आवास पर होने वाले लोकोत्सव में भीड़ प्रबंधन के लिए इस साल खास इंतजाम होंगे।
भीड़ को ध्यान में रखते हुए भगवान शिव की चल प्रतिमा के दर्शन के लिए प्रवेश और निकास के अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने बताया कि 14 मार्च को रंगभरी एकादशी के उत्सव में शामिल होने वालों को कन्हैया चित्र मंदिर और सेंट्रल होटल के सामने वाली गली से प्रवेश दिया जाएगा।