आज उठेगा अय्याम ए अजा का आखरी जुलूस
वाराणसी (रणभेरी सं.)। शिया मुसलमान बीती 7 जुलाई से कर्बला के 72 शहीदों का गम मना रहे हैं। इस गम का आखरी जुलूस 8 रबिलअव्वल (12 सितंबर) को उठाया जाएगा। यह जुलूस दालमंडी स्थित सफदर और शब्बर के इमामबाड़े से उठेगा और देर शाम दरगाह फातमान में समाप्त होगा। इसमें अलम, ताबूत, दुलदुल और अमारियां रहेंगी। जुलूस में पूर्वांचल के अलग-अलग शहरों से अकीदतमंद जियारत के लिए उमड़ेंगे। पूरे रास्ते अंजुमन हैदरी चौक बनारस नौहाख्वानी व मातम करेगी।
इस संबंध में अस्करी रजा सईद ने बताया की जुलूस इमामबारगाह से सुबह 9 बजे उठाया जाएगा। जिसमें शिया सम्प्रदाय के 11वें इमाम; इमाम अस्करी की तुर्बत उठाई जाएगी। इसके अलावा कर्बला के मैदान में शहीद हुए इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों की याद में लुटे हुए काफिले का यह जुलूस उठाया जा रहा है। इस जुलूस में ऊंटों पर अमारियां भी रहेंगी। वहीं दुलदुल और अलम भी मौजूद रहेगा।
इस जुलूस में अंजुमन हैदरी, चौक, बनारस नौहाख्वानी वा मातम करेगी। जुलूस में अंजुमन अपने कदीमी (पुराने) नौहे पढ़ेगी। जिन्हे सुनने के लिए पूर्वांचल के कई जिलों से लाखों लोग इस जुलूस में उमड़ते हैं। जुलूस अपने कदीमी रास्तों दालमंडी, खजूर वाली मस्जिद होता हुआ नई सड़क पहुंचता है। यहां अंजुमन का मातमी दस्ता जंजीर का मातम करता है। यहां से जुलूस शेख मस्जिदसलीम फाटक होते हुए कालीमहल मस्जिद पहुंचता है।
रहेंगे सुरक्षा के कड़े इंतजाम
5 थानाक्षेत्रों से होकर गुजरने वाले इस जुलूस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जुलूस चौक, दशाश्वमेध, चेतगंज, लक्सा और सिगरा थानाक्षेत्र से होकर गुजरता है। जुलूस के रास्तों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी।