गंगा की लहरों के बीच फंसी क्रूज तो पर्यटक की बढ़ी धुकधुकी : 2 घंटे तक फंसे रहे पर्यटक, 4 नाव खींचकर लगाया किनारा

गंगा की लहरों के बीच फंसी क्रूज तो पर्यटक की बढ़ी धुकधुकी : 2 घंटे तक फंसे रहे पर्यटक, 4 नाव खींचकर लगाया किनारा

वाराणसी (रणभेरी): काशी के मणिकर्णिका घाट के समाने मंगलवार को  शाम 7 बजे  गंगा की लहरों के बीच क्रूज खराब होने 2 घंटे तक 100 पर्यटक फंसे रहे। डर के मारे लोग शोर मचाने लगे। काफी देर बाद भी जब क्रूज नहीं चला तो एक महिला ने 112 नंबर पर शिकायत की। तब जाकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट हरकत में आया। तत्काल जल पुलिस और NDRF की टीम पहुंची। 2 घंटों की मशक्कत के बाद रात 9 बजे 4 नाव से टोचिंग कर क्रूज को अस्सी घाट पर पहुंचाया। दरसअल,  इंजन में नारियल फंसने के चलते क्रूज बंद हो गया था। 

क्रूज पर सवार लोगों ने बताया- अस्सी घाट से नमो घाट तक जाने के लिए हम लोग क्रूज पर सवार हुए थे। नमो घाट से वापस लौटते समय बीच धारा में अचानक क्रूज बंद हो गया। काफी देर तक न क्रूज खड़ा रहा। पूछने पर चालक ने बताया कि इंजन खराब हो गया है। कुछ यात्री शोर मचाने लगे। चालक दल ने उन्हें समझाकर शांत कराया। क्रूज में महिलाएं और बच्चे भी बैठै थे।

चालक दल इंजन को स्टार्ट करने में जुट गए। दो घंटे बाद भी जब क्रूज नहीं चला तो एक महिला ने 112 नंबर पर शिकायत कर की। महिला ने कहा- हम लोग बीच गंगा में फंस गए हैं, कृपया मदद करें। इसके बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट हरकत में आया। मौके पर तत्काल जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भेजी गई।टीम ने लाउडस्पीकर के माध्यम से सभी पर्यटकों को शांत कराया। गंगा घाट से चार बड़ी मोटर बोट मंगाई गईं। इसके बाद क्रूज को टोचिंग कर अस्सी घाट पर किनारे लाया गया। इसके बाद ही पर्यटकों ने राहत की सांस ली। क्रूज के इंजन में नारियल फंस गया था। इस कारण से इंजन स्टार्ट नहीं हो रहा था।

जल पुलिस प्रभारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया था। तत्काल पर्यटकों की मदद की गई। क्रूज को अस्सी घाट पहुंचाया गया। इस दौरान जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम साथ रही। सभी क्रूज एवं नाव संचालकों को यह एडवाइजरी जारी की जाएगी कि वह समय-समय पर अपने मोटर की जांच कराएं।