क्रिप्टो करेंसी के नाम पर 50 करोड़ ठगे
वाराणसी (रणभेरी)। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस समेत अन्य जिÞलों में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर करीब तीन हजार लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस एमडी-सीईओ समेत आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है। जानकारी के मुताबिक, कुल 50 करोड़ रुपये की ठगी हुई है। जालसाजोंने वाराणसी, रामनगर, प्रतापगढ़, गोपालगंज, प्रयागराज समेत आसपास के जनपदों में कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया। सभी आरोपियों ने आफिस पर ताला लगाकर अपने फोन बंद कर दिए हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, कंपनी के लोगों ने पहले लोगों को निवेश के नाम पर महंगी डिजिटल करेंसी की खरीदारी कराई। फिर लालच दिया और बाद में उनके दाम सस्ते बताकर कंपनी को घाटा दिखाकर बंद कराया। साइबर क्राइम पुलिस ने कंपनी के कथित एमडी, सीईओ, सुपरवाइजर, एरिया मैनेजर समेत 8 पर एफआईआर दर्ज किया है। इसके अलावा उनके मददगारों को अज्ञात में रखा है।
किसी का नहीं मिला पैसा
पीड़ितों ने बताया कि महीनों प्रयास के बाद भी किसी भी निवेशक का पैसा नहीं मिला, ज्यादा दबाव बनाने पर कंपनी के लोग धमकी देते हैं। ज्यादातर रुपया प्रार्थीगणों से दबाव बनाकर नकद लिया गया व कहा गया कि आप हम लोगों पर विश्वास करके लोगों से पैसा लगवाइए, क्योंकि हम सभी लोग यहीं के मूल निवासी हैं तथा हम लोग आपको पैसा तीन गुना करके 600 दिन में वापस दे देंगे। वहीं इस मामले में साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि, नामजद मुकदमा तहरीर के आधार दर्ज किया गया है। जाँच शुरू दी गई है।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़ितों के तहरीर पर साइबर थाने की पुलिस ने अर्जुन शकुमार शर्मा पुत्र पुट्?टी लाल निवासी उन्नाव, राजकुमार मौर्या पुत्र लटूरी सिंह, निवासी बुदौन बदायूं, प्रकाश जोशी निवासी नीमकरौली उत्तराखंड (डायरेक्टर), नवनीत सिंह पुत्र विजय सिंह, मच्छरहट्?टा भीटी रामनगर, शुभम मौर्या पुत्र रामचरण मच्छरहट्?टा भीटी रामनगर, विकास नंदा निवासी भीटी पंचवटी रामनग, दानिश खान पुत्र नौशाद खान गोलाघाट भीटी वाराणसी और सत्यम पांडे निवासी रामेशवर पंचवटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
सितंबर 2022 को हुई थी बीसीजी की लांचिंग
पीड़ितों के मुताबिक, कपंनी के संचालकों ने बनारस के 3000 से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया। वाराणसी के सितारा होटल में 14 सितंबर 2022 को बीसीजी की लांचिंग की गई थी। इसमें कंपनी ने सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में कई लोगों को ज्वाइनिंग दी गई। कंपनी के डायरेक्टर राजकुमार, प्रकाश चंद्र जोशी, अर्जुन कुमार समेत सुपरवाइजर नवनीत सिंह ने सेमिनार में युवाओं से संवाद किया। उन्हें बीएसजी से क्रिप्टोकरेंसी खरीदने को प्रेरित किया। बनारस के रामनगर में आफिस खोला। बिहार निवासी नवनीत सिंह ने रामनगर से अपना आधार कार्ड और किराएदारी बनवाई और स्थानीय परिचय देकर लोगों से मिलने लगा।
ठगी की कहानी पीड़ितों की जुबानी
ठगी के मामले में चंदौली के कमालपुर रामनगर निवासी राजू कुमार, रामनगर निवासी आशुतोष कुमा, हर्ष गुप्ता और अंशु सिंह पटेल ने आरोपियों के खिलाफ साइबर थाने में केस दर्ज कराया है। पीड़ित युवकों ने बताया- एक दोस्त के जरिए बूस्ड ग्लोबल कंपनी की जानकारी मिली। उसके सेमिनार में शामिल हुए। इसके बाद अपना और रिश्तेदारों का रुपए डिजिटल करेंसी में लगा दिया। राजू कुमार ने अपने साथ लगभग 15 करोड़ रुपए कंपनी में जमा कराकर बीएसजी क्वाइन खरीद लिया। पहले तो खरीद के बाद क्वाइन की कीमतें बढ़ी फिर बड़ी धनराशि जमा होते ही गिरने लगी। 16 हजार रुपए में खरीदा गया क्वाइन 100 रुपए में आ गया। आरोप है कि कंपनी निदेशकों ने अपना सभी रुपए रियल स्टेट में लगाकर कंपनी को बंद कर दिया। लोगों ने रुपए मांगे तो पहले टालमटोल किया, बाद में डिजिटल क्वाइन का दाम बढ़ने का हवाला देकर फोन बंद कर लिया।