आठ चिताओं पर एक साथ जली दस लाशें
(रणभेरी): कुशीनगर के नौरंगिया गांव में कुएं में गिरकर 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। स्कूल टोला में बृहस्पतिवार को विवाह के मांगलिक कार्यक्रम (मटकोड़) में शामिल होने गई थी। और उनके साथ बच्चे भी थे। महिलाएं और बच्चियां नाचते गाते हुए लौट रही थीं। जहां कार्यक्रम हो रहा था वहीं किनारे एक कुआं है। जिस पर स्लैब पड़ी थी। जगह न मिलने से कुछ बच्चे व महिलाएं कुएं की स्लैब पर चढ़ कर कार्यक्रम देखने लगी। तभी अचानक स्लैब टूट गई और कई लोग कुएं में गिर पड़े। एकाएक हुई इस घटना से वहां अफरातफरी मच गई। कुएं में गिरे लोगों को निकालने की कोशिश की गई। वहां भीड़ जुट गई। तुरंत ही पुलिस को सूचना दी गई। प्रशासनिक अमला भी वहां जुट गया और सभी बचाव में लग गए। बताया जा रहा है कि कुएं में 23 लोग गिरे थे। सभी को पास के अस्पताल भेजा गया। इनमें 13 की हालत गंभीर देख कर जिला अस्पताल भेज दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है।
हादसे के बाद नौरंगिया खास टोले में जुटे लोग यही कहते मिले कि फरवरी का महीना इस गांव के लिए शुभ नहीं रहा है। पांच साल पहले पांच लोग असमय ही काल के गाल में समा गए तो पांच साल बाद 13 की मौत ने नौरंगिया को गमगीन कर दिया है।उस समय सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी तो करीब 10 लोग तेज रफ्तार पिकअप की चपेट में आकर घायल भी हुए थे। दोनों घटनाओं की तारीख भी दो दिन आगे पीछे की है। नौरंगिया के खास टोले में कुएं में गिरने से 13 की मौत हो गई। इस हादसे के बाद वहां मौजूद रहे लोग पांच साल पूर्व हुए हादसे की चर्चा कर यह कहते मिले कि फरवरी का महीना नौरंगिया के लिए शुभ नहीं है।