मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए सपा के टिकट पर डिंपल ने भरा पर्चा, अखिलेश- राम गोपाल रहे साथ

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए सपा के टिकट पर डिंपल ने भरा पर्चा, अखिलेश- राम गोपाल रहे साथ

(रणभेरी): मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में सपा ने डिंपल यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने सोमवार को पति अखिलेश यादव को साथ घर पर हवन-पूजन किया। मैनपुरी संसदीय सीट से बतौर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार नामांकन करने निकलीं डिंपल यादव और अखिलेश यादव ने सबसे पहले सैफई में मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर जाकर उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनका आशीर्वाद लिया। इसी के साथ उन्होंने सोमवार को दोपहर करीब 1.30 बजे पति अखिलेश यादव के साथ कलेक्ट्रेट पर नामांकन करने पहुंचीं। उनके साथ शिवपाल सिंह या आदित्य यादव नजर नहीं आए, जबकि पूर्व में प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा आदित्य यादव के साथ आने का दावा किया गया था। बता दें मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर सपा ने उनकी पुत्रवधू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। डिंपल यादव के साथ सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव और पूर्व सांसद मैनपुरी तेजप्रताप यादव मौजूद रहे।

वहीं लोगों की नजरें शिवपाल सिंह यादव और उनके बेटे आदित्य यादव को तलाशती नजर आईं। डिंपल यादव से पहले कलेक्ट्रेट पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने दावा किया था कि शिवपाल सिंह से पूछ कर ही उपचुनाव में प्रत्याशी उतारा गया है। नामांकन में शिवपाल सिंह के बेटे और प्रसपा के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य यादव मौजूद रहेंगे, लेकिन नामांकन में आदित्य यादव नजर नहीं आए। प्रशासन ने व्यवस्था के अनुसार नामांकन स्थल पर लगे प्रथम बैरियर पर ही डिंपल यादव की गाड़ी को रोक दिया। यहां से डिंपल यादव, अखिलेश यादव, प्रोफेसर रामगोपाल यादव,तेज प्रताप यादव और प्रस्तावकों को ही प्रवेश दिया गया। बैरियर से नामांकन स्थल तक सभी पैदल ही गए।वहीं सुरक्षा कर्मियों को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। वहीं धर्मेंद्र यादव और उनके पिता अभय राम यादव को कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर ही रोक दिया गया। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद चुने गए थे। बीते 10 अक्तूबर को उनके निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हो गई है। इस पर पांच नवंबर को चुनाव आयोग ने उप चुनाव की घोषणा कर दी थी। उप चुनाव के लिए जारी अधिसूचना के अनुसार 10 नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।