मुख्यमंत्री योगी की स्वीकृति पर ही होंगे शिक्षकों के तबादले
(रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। लेकिन फिर भी विभाग शिक्षकों के तबादलों का शासनादेश जारी करने में देरी कर रहा है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री के पास इस वर्ष की पॉलिसी भेजी गई है। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही तबादले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का अनुपात देखने व समायोजन के बाद ही नए शिक्षकों की भर्ती के बारे में विचार करने की बात कही है। लोकभवन में सरकार के सौ दिन पूरे होने पर विभागीय उपलब्धियों की चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 21695 शिक्षकों के तबादले किए गए थे। इस बार मुख्यमंत्री की अनुमति से आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
केन्द्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 79 हजार शिक्षक ऐसे हैं जो सरप्लस हैं यानी जिनकी तैनाती छात्रों के अनुपात में ज्यादा है। कई जिलों में ऐसा है कि शहरों या आसपास के स्कूलों में शिक्षकों की संख्या ज्यादा है और गांव के भीतरी इलाकों के स्कूलों में संख्या कम है। आरटीई के मुताबिक प्राइमरी में 30 और जूनियर कक्षाओं में 35 विद्यार्थियों पर एक शिक्षक होना चाहिए।
मृतक आश्रितों के समायोजन पर उन्होंने कहा कि समूह ग में पद खाली न होने के कारण आश्रितों को समूह घ में नौकरी दी जा रही है। बाकी यदि आश्रित उच्च शिक्षा प्राप्त है और शिक्षक बनने की योग्यता रखता है तो उसकी ट्रेनिंग करवाकर उन्हें शिक्षक बनाने पर विचार करेंगे। शहरी व ग्रामीण शिक्षकों को उपलब्ध जगह पर अनुपात देखकर स्थानांतरित किया जाएगा।वहीं बेसिक शिक्षा विभाग में म्यूचुअल तबादले और गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों पर सहमति बन गई है। बैठकों पर इस पर सहमति बनी है कि तबादले सत्र के बीच में करके कार्यमुक्ति व कार्यभार ग्रहण करने की प्रक्रिया जाड़े की छुट्टियों में की जाए लेकिन इस पर अब भी मंथन चल रहा है।सीएम योगी के निर्देश के बाद लगभग 5 दिन बीत गए हैं लेकिन विभाग द्वारा अब तक आर्डर रिलीज न होने के कारण शिक्षक काफी चिंतित हैं।