26 जनवरी को राजपथ पर दिखेगी काशी विश्वनाथ धाम की झांकी

26 जनवरी को राजपथ पर दिखेगी काशी विश्वनाथ धाम की झांकी

वाराणसी (रणभेरी): काशी विश्वनाथ धाम की महिमा कॉरिडोर निर्माण के बाद से पूरे विश्व में व्याप्त हो चुकी हैं। नए रुप और नए कलेवर में तैयार हुए विश्वनाथ धाम इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर दिखाई जाने वाली झाकियों में काशी विश्वनाथ धाम का वैभव भी झांकी के रूप में दिखाया जायेगा। साथ ही उत्तर प्रदेश की झांकी में इस बार बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार के साथ ही धर्म नगरी काशी की परंपरा, कला और संस्कृति के रंग भी नजर आएंगे।सनातन धर्मियों के लिए आस्था और दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बाबा काशी विश्वनाथ का धाम राजपथ पर नजर आएगा। काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि राजपथ पर बाबा के धाम की झांकी का प्रदर्शन हम सभी के लिए गौरव की बात है। झांकी में धाम की भव्यता का प्रदर्शन होगा।

वाराणसी से जुड़ी झांकी गणतंत्र दिवस की परेड में यह दूसरा अवसर होगा। इसके पहले महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल किया जा चुका है। सोमवार को रिहर्सल के दौरान गंगा स्नान करते हुए साधु और पूजन करते हुए बटुकों का दल झांकी का हिस्सा रहा। झांकी में बाबा विश्वनाथ के दरबार के साथ ही धर्म नगरी काशी की परंपरा, कला और संस्कृति की झलक भी दिखेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 दिसबर को 700 करोड़ की लागत से 33 महीने में तैयार हुआ श्री काशी विश्वनाथ धाम विश्व को समर्पित किया। धाम में बालेश्वर, मकराना, कोटा, ग्रेनाइट, चुनार, मैडोना स्टोन, मार्बल सात तरह के पत्थर इस्तेमाल हुए हैं। पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को काशी विश्वनाथ धाम का शिलान्यास किया था। धाम के लिए जमीन खरीदने में लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च हुए, निर्माण कार्य में अब तक लगभग 339 करोड़ रुपये खर्च हुए। बाबा विश्वनाथ का धाम 50,200 वर्ग मीटर जमीन में बन रहा है। अभी दूसरे चरण का काम जारी है।काशी विश्वनाथ धाम के गंगा छोर पर गेटवे ऑफ कॉरिडोर बना है। सड़क से गंगा तट मणिकर्णिका घाट जलासेन और ललिता घाट तक 50,200 वर्ग मीटर में विस्तारित कॉरिडोर बना है। काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन से पहले गंगा स्नान या आचमन की मान्यता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए जलासेन घाट पर बनाए जा रहे गेट को खास रूप दिया गया है। इसकी ऊंचाई 32 फीट व चौड़ाई 90 फीट है। मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए चार द्वार बनाए गए हैं।

यूपी की झांकी को इस तरह से तैयार किया गया है, जिससे कि बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार के साथ धर्म की नगरी काशी की परंपरा तथा संस्कृति दिखाई दे। यूपी के अलावा उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मेघालय और पंजाब की झांकियों को शामिल किया गया है।