विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में हुआ मेला का भव्य उद्घाटन

विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में हुआ मेला का भव्य उद्घाटन
विद्यापीठ के गंगापुर परिसर में हुआ मेला का भव्य उद्घाटन

वाराणसी (रणभेरी)। डॉ0 विभूति नारायण सिंह परिसर गंगापुर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ललित कला विभाग के द्वारा वृहद स्तर पर कला मेला का आयोजन किया गया। मंगलवार को डॉ. मनीष अरोड़ा एवं डॉ. शांति स्वरूप सिन्हा, काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा कला मेला में स्थित चित्र प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। उद्घाटन अवसर के उपरांत आगत अतिथियों ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित विद्यार्थियों के चित्रों का अवलोकन किया और इसके बाद मेला परिसर में स्टॉल प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। 
स्टॉल प्रदर्शनी उद्घाटन के उपरांत ललित कला विभाग के नाट्य कला अनुभाग के प्राध्यापिका डॉ0 शुभ्रा वर्मा के निर्देशन में शबरी के राम लघु नाटक का मंचन हुआ। डॉ0 शुभ्रा वर्मा के साथ नाट्य कलाकारों में मधु सिंह, आयुष सिंह, अजीत कुमार, कुंदन कुमार, आनन्द कुमार ने अपनी भूमिका से भक्ति भावना का संचार किया। मेला का प्रारंभ करते हुए कल मेला के संयोजक डॉक्टर शशिकांत नाग ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। तदोपरांत औपचारिक रूप से सभी सम्मानित अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम के विशिष्ट तिथि डॉ शांति स्वरूप सिंह एवं डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा जी ने समवेत स्वर में गंगापुर परिसर की उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। मेला के आयोजन में यहां के पूर्व छात्रों ने भी अभूतपूर्व योगदान किया जिनमे रविशंकर उर्फ अर्जुन आकाश केसरी, हर्षित केसरी, अभिषेक यादव, जयदीप, अंकित इत्यादि के मार्गदर्शन में वर्तमान अध्ययनरत छात्र आशीष वर्मा, दिनेश यादव, शिवम, उदय कुमार, हर्षिता, आदि ने इस परिसर की साज सज्जा में विभिन्न इंस्टालेशन का निर्माण किया। उदय कुमार के द्वारा निर्मित रंगोली माध्यम में शिव परिवार कृति को विशेष सराहना हुई।
आयोजन सचिव सुमित घोष ने मुख्य अतिथि को स्मारकीय प्रतीक प्रदान किया। विशिष्ट अतिथि डॉ शांति स्वरूप सिन्हा जी को डॉ गौरव दुबे, विशिष्ट अतितजी डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा को डॉ अर्चना पांडेय ने प्रतीक चिन्ह प्रदान किया। परिसर प्रभारी मनीष कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर डॉ अनुपमा, डॉ अविनाश डॉ.आनंद यादव, डॉ.रामप्रकाश डॉ.पी.सी. जोशी डॉ.मनोज डॉ.मोहित, नित्यानंद, डॉक्टर महेंद्र प्रसाद एवं डॉ अर्चना सिंह आदि उपस्थित थे।