रेलवे आवास में मिला पति-पत्नी और बच्चे का संदिग्ध अवस्था में शव, पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार
वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में रविवार को रेलवे के सिग्नल विभाग के ESM, उनकी पत्नी और ढाई साल के बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। तीनों का शव रेलवे आवास पर मिला। सुबह हेल्पर IP रूम की चाबी ESM के पास लेने गया था। उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। दोबारा तेजी से दरवाजा खटखटाने पर वह अपने आप ही खुल गया। हेल्पर ने अंदर जाकर देखा तो मच्छरदानी के अंदर बेड पर ESM राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी और बेटा सोए हुए थे। तीनों के मुंह से झाग निकल रहा था।
घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की हर एंगल से छानबीन कर रही है। रेल यूनियन नेता और बड़ी संख्या में रेलकर्मी भी पहुंच गए।बिहार नालंदा निवासी राजीव रंजन पटेल (33) पिछले सात- आठ साल से उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन पर तैनात था। रेलवे के दूरसंचार विभाग में ईएसएम पद पर कार्यरत राजीव रंजन पटेल (33), पत्नी अन्नू (30) और ढाई साल के मासूम बेटे हर्ष के साथ स्टेशन के पास ही रेलवे कालोनी में रहता था। रविवार की सुबह 7 बजे से राजीव की ड्यूटी थी। स्टेशन नहीं पहुंचने पर साथी रेलकर्मी राजीव के आवास पर पहुंचे तो काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद रेलकर्मियों ने आरपीएफ को सूचना दी। आरपीएफ दरवाजा तोड़ अंदर दाखिल हुई। कमरे के अंदर तीनों मृत अवस्था में बेड पर पड़े मिले। आदमपुर पुलिस, फॉरेंसिक टीम भी पहुंची और छानबीन की। अचानक हुई मौत से साथी स्तब्ध हैं। आदमपुर इंस्पेक्टर अजीत वर्मा ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। रेलकर्मी के परिजनों को भी सूचना दे गई है। परिजन रवाना हो गए हैं।
हेल्पर संतोष ने बताया, "वह आईपी रूम की चाबी लेने गया था। बेड पर मच्छरदानी लगी हुई थी। मच्छरदानी के अंदर राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी और बेटा सोए हुए थे। करीब जाकर देखा तो राजीव रंजन अपने बेड पर उल्टी किए हुए थे। वहीं, उनकी पत्नी अनुपमा का हाथ बेटे हर्ष के मुंह पर था।" तीनों लोगों के मुंह से झाग निकल रहा था।रेलवे के अफसरों की सूचना पर घटनास्थल पर फोर्स के साथ काशी जोन के ADCP राजेश कुमार पांडेय पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि मौत कैसे हुई है, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। फील्ड यूनिट जांच कर रही है। जांच के बाद ही कुछ बता पाना संभव होगा।