सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री आज भी नजरबंद रहेंगी, ज्ञानवापी परिसर में पूजन में नहीं शामिल हो पाएंगी
वाराणसी (रणभेरी): दिल्ली से वाराणसी आने के दौरान रविवार को प्रयागराज में पुलिस ने सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी को ट्रेन से उतार लिया। उन्हें पुलिस लाइन स्थित गेस्ट में नजरबंद किया गया है। पुलिस ने गेस्ट हाउस के बाहर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है। उनसे किसी को मिलने की अनुमति नहीं है। उन्हें वाराणसी स्थित ज्ञानवापी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने जाना था।
इस बीच खुफिया एजेंसियों ने प्रयागराज पुलिस को सतर्क कर लिया। जानकारी दी गई कि वहां पर राजश्री के कार्यक्रम में शामिल होने से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसी आधार पर प्रयागराज पुलिस ने जंक्शन पर वंदेभारत एक्सप्रेस के रुकते ही ऑपरेशन शुरू कर दिया। महिला पुलिसकर्मियों की मदद से पुलिस अफसरों ने राजश्री चौधरी को ट्रेन से उतार लिया। उन्हें पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस में रखा गया है। यहीं पर उनके खाने पीने का इंतजाम किया गया है।
सावन के अंतिम सोमवार पर ज्ञानवापी परिसर में जलाभिषेक संबंधित हिंदूवादी नेता के आह्वान पर वो वाराणसी आ रहीं थीं।
इधर, ज्ञानवापी में जलाभिषेक का ऐलान करने वाले विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके चार समर्थकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। अरुण पाठक के अस्सी पहुंचकर गंगा से जल लेने के दौरान ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अरुण पाठक पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।