महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में काउंसलिंग के दौरान छात्रों ने किया तोड़फोड़
वाराणसी (रणभेरी): महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में नए सत्र के लिए बी काम में प्रवेश काउंसिलिंग के दौरान छात्रसंघ के एक भावी प्रत्याशी को प्रवेशार्थियों का डाटा लीक किये जाने के मामले को लेकर शनिवार को छात्रों और छात्रनेताओं ने जमकर हंगामा किया। साथ ही कुर्सियां व मेज आदि तोड़े गए। इस दौरान विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी और पुलिस पहुंच गई। चीफ प्राक्टर ने पहुंचकर उग्र छात्रों को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन छात्र नही माने। छात्रों के विरोध के कारण काउंसिलिंग स्थगित करनी पड़ी।
वही छात्रनेता अंकित कुमार ने बताया कि काउंसिलिंग में लगे कुछ लोगों द्वारा प्रवेश के लिए आनेवाले छात्र-छात्राओं को डाटा मोबाईल पर एक छात्रनेता को उपलब्ध कराया गया। इसके बाद उस भावी प्रत्याशी की ओर से प्रवेश लेने आनेवाले कई छात्र-छात्राओं को मैसेज किया गया। मैसेज यह किया गया कि मार्कशीट, प्रमाण पत्र के साथ काउंसिलिंग में पहुंचे। ताकि उनके पास होने के बाद वह भावी प्रत्याशी यह बता सके कि आपका प्रवेश मैने कराया और उसका वोट बैंक पक्का हो। इस बात की सूचना जब अन्य भावी प्रत्याशियों को हुई तो वह पहुंचकर हंगामा करने लगे।
सोनू शुक्ला ने बताया कि किसी ने लड़कों को मैसेज किया है। हर प्रत्याशियों को समर्थन की जरूरत होती है। सब अपने-अपने स्तर से चुनाव के लिए प्रयास करते हैं। कुछ लोग प्रशासनिक कार्य में बाधा डालने का काम कर रहे हैं। यह कार्य छात्र हित में नही है। छात्रनेता ऋतिक सिंह ने बताया कि काउंसिलिंग में सहयोग के लिए चीफ प्राक्टर ने छात्रनेताओं से सहयोग मांगा गया था। छात्रनेता वहां मौजूद रहकर उसमें सहयोग भी कर रहे थे। इसी दौरान पता चला कि किसी ने काउंसिलिंग के लिए आए सभी छात्रों का डाटा एक भावी प्रत्याशी को लीक कर दिया। इसके बाद उस भावी प्रत्याशी की ओर से छात्र-छात्राओं को मैसेज किये जा रहे थे। यह मैसेज जब उन्होंने देखा तो हंगामा होने लगा।