BHU ट्रामा सेंटर के इंचार्ज पर छात्रों ने लगाया गुंडई का आरोप, गेट बंद कर दिया धरना

BHU ट्रामा सेंटर के इंचार्ज पर छात्रों ने लगाया गुंडई का आरोप, गेट बंद कर दिया धरना

वाराणसी(रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के ट्रॉमा सेंटर में गुरुवार को जब अचानक से ट्रामा सेंटर के सभी गेटों को बंद कर दिया गया। गेट बंद होने से मरीज के साथ आए तीमारदार काफी परेशान हुए। करीब 20 मिनट के बाद ट्रामा सेंटर के गेट को खोला गया। वह ट्रामा सेंटर के गेट बंद होने से विश्वविद्यालय प्रशासन के छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। ट्रामा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह पर गुंडई करने का आरोप लगाते हुए छात्रों ने ट्रामा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह पर कार्रवाई की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए है। घटना की जानकारी मिलने में मौके पर लंका थाना क्षेत्र की पुलिस और विश्वविद्यालय की प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम पहुंची। 

छात्रों ने बताया कि अपने मरीज को दिखाने के लिए विश्वविद्यालय के कुछ छात्र पहुंचे हुए थे। वही ट्रामा सेंटर में अपनी मां का ईलाज करवाने पहुंचे एक अन्य तीमारदार बिल काउंटर पर GST बिल दिए जाने का गुहार लगा रहा था, लेकिन उसे पक्का बिल न देकर काउंटर पर मौजूद स्टॉफ हाथ से लिखे GST नंबर दे दिया। जब बार -बार तीमारदार के द्वारा GST नंबर पक्के बिल पर मांगा गया, तब मौजूद स्टॉफ उसे इग्नोर करने लगे। वही पास में मौजूद विश्वविद्यालय के छात्रों से यह देखा न गया और उन्होंने स्टॉफ से पक्के बिल पर GST नंबर दिए जाने की बात कही। इसी बीच स्टॉफ और छात्रों की कहासुनी हो गई। छात्रों ने ट्रामा सेंटर के इंचार्ज को मौके पर बुलाने की मांग किया, लेकिन ट्रामा सेंटर में मौजूद स्टॉफ ने सभी गेटों को बंद कर दिया। करीब 20 मिनट तक गेट बंद होने से मरीज के साथ आए तीमारदार परेशान हो गए।

जब इस घटना की जानकारी ट्रामा सेंटर में मौजूद छात्रों को हुई तो गेट पर पहुंच छात्रों ने गेट को खुलवाया। इस पूरे प्रकरण की जानकारी जैसे ही विश्वविद्यालय के छात्रों में हुए छात्रों में आक्रोश व्याप्त हो गया। ट्रामा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह के खिलाफ छात्र कार्रवाई की मांग करने लगे। छात्र ट्रामा सेंटर के बाहर सौरभ सिंह के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर छात्रों ने मुख्य द्वार पर धरना देते हुए ट्रामा सेंटर के इंचार्ज सौरभ सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत की और कार्रवाई की मांग किया।