अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी ड्वाइट डेविड हावर्ड को पसंद आया शहर बनारस, कहा- काशी जैसी शांति दुनिया भर में हो
वाराणसी (रणभेरी): अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी ड्वाइट डेविड हावर्ड बुधवार को आध्यात्म की नगरी काशी में भारत की संस्कृति और शान्ति का संगम देखा। उन्होंने जीवनदायिनी गंगा के किनारे दुनियाभर में शांति और सुकून के लिए प्रार्थना की। उन्होंने जाना कि उत्तरवाहिनी गंगा के किनारे बसी बाबा विश्वनाथ की काशी को मोक्ष की नगरी क्यों कहा जाता है। यहां चौबीस घंटे शवदाह क्यों होते हैं। भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश काशी के सारनाथ में ही क्यों दिया था।इसके साथ ही उन्होंने यह भी समझा कि अनादि काल से काशी अविनाशी क्यों कही जाती रही है। वह काशी भ्रमण के बाद वह यहां के जीवन दर्शन और आध्यात्म से अभिभूत नजर आए।ड्वाइट डेविड हावर्ड इन दिनों भारत यात्रा पर हैं। काशी में बजड़े से बैठ कर गंगा आरती देखने के बाद वो काशी की संस्कृति से अभिभूत दिखाई दिए। गंगा आरती देखने के बाद उन्होंने अपने माथे पर त्रिपुण्ड लगवाया और नौका विहार किया। फिर वहां से पैदल ही काशी के बाजारों में कुर्ता पायजामा और साड़ी की मार्केटिंग करने के लिए चल पड़े।
इस दौरान यूपी टूरिस्म द्वारा ट्वीट किये गए एक वीडियो में ड्वाइट डेविड हावर्ड ने बताया कि उन्होंने काशी में उन्होंने जीवनदायिनी गंगा के किनारे दुनिया भर में शांति और सुकून के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि वे वाराणसी की आध्यात्मिक यात्रा पर आए हैं। यहां आकर उन्हें गजब की शांति और सुकून मिला है। ये शांति दुनिया भर में होना चाहिए। उन्होंने गंगा आरती में शामिल होकर अपने निकट संबंधियों के साथ ही उन लोगों के लिए भी प्रार्थना की, जिन्हें वह नहीं जानते हैं।