सट्टेबाज़ के पास मिला नोटों का जखीरा, मंगानी पड़ी काउंटिंग मशीन

सट्टेबाज़ के पास मिला नोटों का जखीरा, मंगानी पड़ी काउंटिंग मशीन

पुलिस की सट्टेबाजों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, करोड़ों बरामद

 

  • 7 देशों की करंसी समेत करोड़ों रुपए के नोट बरामद, कैश की गिनती के लिए मंगवानी पड़ी मशीन
  • अमेरिका, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल समेत 7 देशों की करंसी बरामद
  • मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा के आवास पर 11 बैगों में भरकर रखा था नोट, छोड़कर हुआ फरार
  • वाराणसी के सट्टा माफिया पंकज आर्या,बबलू और अंशुमान पर वाराणसी पुलिस है मेहरबान !



 

उज्जैन (रणभेरी)। उज्जैन में आज शुक्रवार को क्रिकेट सट्टेबाजी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी करके 9 लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि, मुख्य आरोपी पीयूष चोपड़ा फरार हो गया है। मौके पर 7 देशों की करंसी समेत करोड़ों रुपए के नोट बरामद किए गए हैं। कैश की गिनती के लिए मशीन मंगवानी पड़ी। पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है। वह देश छोड़कर ना भाग सके इसके लिए लुकआउट सर्कुलर जारी कराने की बात कही गई है।

उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि पीयूष चोपड़ा बड़े स्तर पर सट्टेबाजी का गिरोह चला रहा है। पुख्ता सूचना जुटाने के बाद गुरुवार रात से उज्जैन में 2-3 जगहों पर दबिश दी गई। प्रदीप शर्मा के अनुसार थाना खारा कुआ क्षेत्र अंतर्गत मुसद्दीपुरा और थाना नीलगंगा अंतर्गत कॉलोनी में कार्रवाई की गई। इस दौरान 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मौके से करोड़ों रुपए कैश भी बरामद किए गए। गिनती के बाद 14.58 करोड़ भारतीय करंसी मिली। विदेशी नोटों की गिनती अभी नहीं हो पाई है।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने 41 मोबाइल फोन, 19 लेपटॉप, 05 मैक-मिनी, 01 आईपैड, देसी-विदेशी सिमकार्ड, पेन ड्राइव, मेमेरी कार्ड, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड आदि भी जब्त किए हैं। आरोपियों के पास नोट गिनने की मशीन भी बरामद की गई। फरार आरोपी पीयूष के मुसद्दीपुरा स्थित आवास पर नोटों को 11 बैगों में भरकर रखा गया था। अमेरिका, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल समेत 7 देशों की करंसी बरामद की गई है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी पीयूष बिल्डर का काम भी करता है। वह परिवार के साथ लाटविया देश भागने की फिराक में था, जिसके लिए लुकआउट सर्कुलर जारी कराया जा रहा है। पुलिस ने ईडी और इनकम टैक्स को भी भारी मात्रा में कैश बरामदगी की सूचना दी है।

बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी क्रिकेट सट्टे का धंधा वर्षों से फल-फूल रहा है। सट्टे की लत ने कई युवाओं को जहां मौत को गले लगाने के लिए मजबूर कर दिया तो कई लोगों को फुटपाथ पर लाकर खड़ा कर दिया। शानदार जिंदगी और शानौ-शौकत से जीवन बसर करने वाले कुछ लोगों को सट्टे के शौक ने इस कदर बर्बाद कर दिया की सामाजिक अपमान से बचने के लिए कुछ ने तो खामोशी के साथ दुनिया को ही अलविदा कह दिया। इस काले धंधे पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की कार्रवाई भी मात्र औपचारिकता का हिस्सा बन कर रह जाती है। नतीजतन रोजाना कोई न कोई परिवार इस काले धंधे का शिकार हो कर बबार्दी की राह धकेले जा रहे है। हैरत इस बात की है कि वाराणसी के सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यह कहते हुए सुने जाते है कि उनके शासन में भ्रष्टाचारियों की जगह जेल में होगी। अपराधी या तो जेल में होंगे या फिर प्रदेश छोड़ देंगे। तो क्या सट्टेबाजों पर पीएम या सीएम का फरमान लागू नहीं होता। शहर के शातिर सट्टेबाजों ने अपने शिकंजे में वाराणसी को कस कर यह साबित कर दिया है कि उन्हें सरकार का कोई खौफ नहीं है।

 

सट्टा माफिया पंकज,बबलू और अंशुमान पर वाराणसी पुलिस है मेहरबान !

 

सूत्रों बताते हैं कि बनारस में दर्जनों बड़े सटोरियों का बिग बॉस भेलूपुर थाना क्षेत्र के महमूरगंज का निवासी पंकज आर्या है। पंकज आर्या सट्टा के काले कारोबार से जुड़ा एक चर्चित नाम है, पंकज के अलावा अंशुमान अग्रवाल और बबलू अग्रवाल का नाम भी इस काले कारोबार की दुनिया में मशहूर है। बबलू अग्रवाल ने दिखावे के लिए मलदहिया क्षेत्र में एक ज्वैलरी शो रूम खोल रखा है तो वहीं अंशुमान अग्रवाल ने अपने भाई आदित्य अग्रवाल के साथ शहर में करौली डायग्नोस्टिक सेंटर के नाम से 4 जांच केंद्र खोल रखा है।

बता दें कि पंकज आर्या एक शौकीन प्रवृत्ति का सट्टा माफिया है जिसके तार दुबई से भी जुड़े है। पंकज पहले भी सट्टा के खेल में जेल जा चूका है लेकिन आज उसके अवैध धंधे का काला साम्राज्य इस कदर बड़ा हो चूका है कि अब पुलिस का हाथ पंकज की गिरेबान तक पहुंचना आसान नहीं माना जाता। पंकज आर्या, अंशुमान अग्रवाल और बबलू अग्रवाल ने बड़े ही चालाकी के साथ बेशकीमती तोहफो की बदौलत अपने इर्द-गिर्द एक सिस्टम बना लिया है। इस सिस्टम में शामिल लोगों के शरण में रहकर ही ये बेपरवाह होकर अपने काले कारोबार की बदौलत शहर के सैकड़ों परिवारों को बर्बाद कर रहे है।

सवालों के घेरे में पुलिस की कार्यप्रणाली !

 

शहर से लेकर गांव-गांव तक क्रिकेट के हर गेंद पर लाखों रुपये के दांव लगाने के मामले में प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी सबसे अव्वल है। इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन को न होना अपने आप में एक प्रश्न चिन्ह लगाता हैं। धरातल पर शहर में चल रहे इस अवैध कारोबार की जानकारी पुलिस तक अवश्य पहुंच जाती है। हालांकि खानापूर्ति करते हुए पुलिस कभी कभार छोटे सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है परंतु बड़े सटोरियों तक नहीं पहुंचने के कारण ये कारोबार निरंतर चलता है। शहर में आई पी एल मैच के बाद टी 20 वर्ल्ड कप के मैच पर इन दिनों करोड़ों रुपए के सट्टे का कारोबार हो रहा है। कम समय में अधिक कमाई के लालच में बड़ी संख्या में युवा सट्टा कारोबार के जाल में फंस कर बर्बादी के कगार पर पहुंच रहे है, लेकिन पुलिस सटोरियों के सरगनाओं तक पहुंचने में विफल है।