संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का निधन, संगीत की दुनिया में शोक का माहौल
(रणभेरी): मशहूर भारतीय संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिव कुमार शर्मा का मुंबई में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। वह पिछले छह महीने से किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे। पंडित शिव कुमार शर्मा ने फिल्मों में भी योगदान दिया था। बॉलीवुड में 'शिव-हरी' नाम से मशहूर शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने कई सुपरहिट गानों में संगीत दिया था। इसमें से सबसे प्रसिद्ध गाना फिल्म 'चांदनी' का 'मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां' रहा, जो दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी पर फिल्माया गया था। भारतीय संगीत को उनके खास अंदाज की वजह से अतंर्राष्ट्रीय पहचान मिली थी।
उनका जन्म 13 जनवरी 1938 को जम्मू में हुआ थ। उनके पिता उमा दत्त शर्मा भी एक गायक थे। उन्होंने ही पांच साल की उम्र से बेटे शिव कुमार को तबला और संगीत सिखाना शुरू किया। पिता औऱ बेटे की यह जुगलबंदी शिव कुमार शर्मा के साथ आगे भी जारी रही। एक तरफ जहां 13 साल की उम्र में शिव कुमार शर्मा ने संतूर सीखना शुरू कर दिया था। वहीं उन्होंने अपने बेटे राहुल को इसका प्रशिक्षण दिया। वह सन् 1996 से अपने बेटे राहुल के साथ परफॉर्म करते आ रहे हैं।
पंडित शिव कुमार शर्मा का 15 मई को कॉन्सर्ट होने वाला था। सुरों के सरताज को सुनने के लिए कई लोग बेताब थे। शिव-हरि (शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया) की जुगलबंदी से अपनी शाम रौनक करने के लिए लाखों लोग इंतजार कर रहे थे। लेकिन अफसोस इवेंट से कुछ दिन पहले ही शिव कुमार शर्मा ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
विशाल डडलानी ने दुख जताते हुए लिखा, संगीत जगत को एक और बड़ी क्षति। पंडित शिव कुमार शर्मा अपूरणीय हैं। उनके वादन ने भारतीय संगीत के साथ-साथ संतूर को भी फिर से परिभाषित किया। पं हरिप्रसाद चौरसिया जी के साथ उनके फिल्मी गाने।। भगवान उनके परिवार, प्रशंसकों और छात्रों को शक्ति दे।
प्रधानमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
पंडित शिवकुमार शर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, पंडित शिवकुमार शर्मा जी के निधन से हमारी सांस्कृतिक दुनिया पर गहरा असर पड़ेगा है। उन्होंने संतूर को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया। उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा। मुझे उनके साथ अपनी बातचीत अच्छी तरह याद है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।