कंटेनर में राहुल गांधी
(रणभेरी): लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को एकजुट करने और पार्टी कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने के लिए राहुल गांधी बुधवार से 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू कर रहे हैं। तमिलनाडु की कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में समाप्त होगी। 150 दिनों तक चलने वाली कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' देश के 12 राज्यों से होते हुए गुजरेगी और 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण, राजनीतिक केंद्रीकरण की समस्याओं और विचारधाराओं की लड़ाई के रूप में यह रैली कर रहे हैं। पदयात्रा दो बैचों में चलेगी, एक सुबह 7-10:30 बजे से और दूसरी दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक। जहां सुबह के सत्र में कम संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, वहीं शाम के सत्र में सामूहिक लामबंदी होगी। औसतन रोजाना लगभग 22-23 किमी चलने की योजना है।
राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता और सिविल सोसायटी से जुड़े करीब 300 लोग पदयात्रा में शामिल रहेंगे। कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया था कि राहुल गांधी यात्रा के दौरान किसी होटल में नहीं रुकेंगे। पांच सितारा होटल के जरिए यात्रा नहीं होगी और राहुल गांधी साधारण तरीके से इस पूरी यात्रा को पूरा करेंगे।
राहुल गांधी अगले 150 दिनों तक कंटेनर में सोने वाले हैं। कुछ कंटेनरों में स्लीपिंग बेड, शौचालय और एयर-कंडीशनर भी लगाए गए हैं। यात्रा के दौरान कई क्षेत्रों में तापमान और वातावरण में अंतर होगा। स्थान परिवर्तन के साथ भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए व्यवस्था की गई है। लगभग 60 ऐसे कंटेनर तैयार किए गए हैं जहां एक गांव स्थापित किया गया है। रात्रि विश्राम के लिए कंटेनर को गांव के आकार में प्रतिदिन नई जगह पर खड़ा किया जाएगा। राहुल गांधी के साथ रहने वाले पूर्णकालिक यात्री एक साथ भोजन करेंगे। सूत्रों ने आगे कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा यात्रा को आम लोगों से जुड़ने का जरिया मानते हैं। इसलिए वह इस पूरी यात्रा को चकाचौंध और ग्लैमर से दूर एक सरल तरीके से पूरा करना चाहते हैं। राहुल गांधी इसे एक यात्रा कहते हैं लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इसे 2024 की तैयारी मानते हैं।