बीएचयू में तमिल समागमम की VVIP कार्यक्रम की तैयारियों व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे पुलिस कमिश्नर

बीएचयू में तमिल समागमम की VVIP कार्यक्रम की तैयारियों व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे पुलिस कमिश्नर

वाराणसी (रणभेरी): बीएचयू में आयोजित काशी-तमिल संगमम में पीएम नरेन्द्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। काशी तमिल संगमम की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। 19 नवंबर को पीएम मोदी काशी तमिल संगमम का उद्घाटन करेंगे। इसी क्रम में गुरुवार की दोपहर वाराणसी पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश ने आज अपनी टीम के साथ वीवीआईपी कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। बीएचयू में कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। आज शाम पांच बजे ट्रैफिक ऑडिटोरियम में ब्रीफिंग भी की जाएगी। 17 नवंबर से शुरू हो रहे आयोजन में लगभग तीन हजार लोगों के शामिल होने की संभावना है। इसमें संस्कृतियों, भाषा व तमाम तरह की विधाओं की झलक दिखेगी। संस्कृतियों का आदान-प्रदान भी होगा।

पीएम मोदी की सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक न हो, इसके लिए गुरुवार से ही कैंपस को एसपीजी ने कब्जे में ले लिया है। बीएचयू के सभी प्रवेश और निकास द्वार पर कड़ी निगरानी रहेगी। वहीं, बाहरियों के प्रवेश पर प्रतिबंध भी रहेगा। बीएचयू प्रशासन और कमिश्नरेट पुलिस संग भी एसपीजी अधिकारियों की बैठक होगी। वाराणसी जिले में निषेधाज्ञा लागू हो गई है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि बगैर अनुमति कोई भी जुलूस, धरना या किसी भी तरह के आयोजन पर प्रतिबंधित होगा। बगैर अनुमति आयोजन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आयुक्त के अनुसार काशी में वीवीआईपी दौरे को लेकर जल्द ही ट्रैफिक रूट डायवर्जन और एडवाइजरी जारी होगी।
 
रामेश्वरम से आ रही ट्रेन में सबसे पहले तमिलनाडु के छात्रों का दल वाराणसी पहुंचेगा। सुबह ही आयोजन स्थल पर पहुंचने के बाद उन्हें काशी और तमिलनाडु के संबंधों पर आधारित कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। दोपहर करीब दो बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीएचयू के एंफीथियेटर मैदान पर पहुंचेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर काशी-तमिल संगमम का विधिवत उद्घाटन करेेंगे। एक महीने तक चलने वाले तमिल संगमम के दौरान बीएचयू के एंफीथिएटर मैदान में उत्तर और दक्षिण भारत का मिलन होगा। यहां आने वालों को न केवल दोनों जगहों की कला, संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा बल्कि यहां के शैक्षणिक, ग्रामीण परिवेश आदि के बारे में भी जान सकेंगे। एंफीथिएटर मैदान में बनने वाले स्टॉल पर इसकी झलक दिखाई देगी।