बनारस में गरजे योगी, बोले- लातों के भूत बातों से नहीं मानते

बनारस में गरजे योगी, बोले- लातों के भूत बातों से नहीं मानते

ताजिये की ऊंचाई पर भड़के सीएम , कहा- केसरिया पहने युवक के मुंह से निकला या अल्लाह...

वाराणसी (रणभेरी): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान शुक्रवार को वसंत महिला महाविद्यालय में जनजातीय गौरव बिरसा मुंडा पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने  हाल में जौनपुर में एक बड़ा ताजिया उठाया गया। इस दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आकर 3 की मौत हो गई। उन लोगों ने रास्ता जाम कर दिया। पुलिस वालों ने पूछा- क्या करें? मैंने कहा- लाठी मारकर बाहर करो, क्योंकि ये लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे। सीएम ने 3 साल पहले की घटना का भी जिक्र किया। कहा- तीन साल पहले एक जगह आगजनी हुई। मैंने अफसरों से कहा- अभी कार्रवाई रोको और वीडियो फुटेज निकालो। फुटेज में दिखा कि एक व्यक्ति केसरिया गमछा पहनकर पहुंचता है। आगजनी करता है। उस समय उसके मुंह से 'या अल्लाह' निकलता है। ऐसे छुपे हुए समाज के दुश्मनों को समय रहते चिह्नित करना होगा, जिससे समाज की एकता में बाधक तत्वों को बेनकाब किया जा सके। यही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

साथ ही  योगी आदित्यनाथ ने कावंड़ियों पर जुबानी प्रहार करने वालों पर जमकर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि कावंड यात्रा चल रही है। समाज के श्रमिक वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक लोग इसमें जुड़ते हैं। कोई भेदभाव नहीं, न जाति का भेद है न वर्ग का और न ही क्षेत्र का। हर- हर बम- बम बोलते हुए भक्ति भाव से चलते हैं। लेकिन इनका मीडिया ट्रायल होता है। बदनाम किया जाता है। ये मानसिकता भारत की विरासत को अपमानित करती है। कांवड़ियों को उपद्रवी कहना और अपमानित करना गलत है। कांवड़ियों को आतंकवादी बोला जाता है। विरासत और आस्था को अपमानित किया जाता है। 

मुख्यमंत्री ने समाज में विभेद पैदा करने वालों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर जातियों और समुदायों के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने जनजाति समुदाय को भारत से अलग करने और भड़काने का प्रयास किया है। भारत के खिलाफ संघर्ष करने के लिए हर स्तर पर षडयंत्र किए। ये वही समुदाय है जो भारत की आस्था का सदैव अपमान करते हैं। सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष की स्थिति पैदा करना चाहते हैं। इन सबसे अगर सावधान रह करके अपने आपको और अपने समाज को सुरक्षित कर सकें तो राष्ट्रीय एकता को संबल प्रदान करने की भूमिका में हमारी से संस्थाएं बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकती हैं।

सीएम योगी ने सर्किट हाउस में की समीक्षा बैठक

योगी ने अपने दौरे के पहले दिन सर्किट हाउस में विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। पुलिस अफसरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वालों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था-ऐसे अराजक तत्वों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई करें। सीएम का इशारा चौबेपुर के छितौना कांड की ओर था, जिसमें जातीय उन्माद के चलते मामूली विवाद ने जातिगत संघर्ष का रूप ले लिया था।

योगी ने दालमंडी चौड़ीकरण पर चर्चा करते हुए पूरी रिपोर्ट देखी। अफसरों ने उन्हें बताया कि सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है, लेकिन फिलहाल बारिश के कारण कार्य रुका हुआ है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा-बरसात के तत्काल बाद चौड़ीकरण का काम शुरू करें। डीएम सत्येंद्र कुमार ने सीएम को प्रेजेंटेशन के जरिए विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। बताया गया कि वर्तमान में 64 बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं, जिनकी लागत 15,000 करोड़ रुपए है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा-युद्धस्तर पर अभियान चलाकर कार्य समय से पूरा करें। सीएम योगी ने सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान परिसर में बने सोवा रिग्पा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। इसके अलावा सलारपुर में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरित की। मुख्यमंत्री ने संगीत पाथवे का भी निरीक्षण किया।