विश्व पर्यावरण दिवस पर किया पौधरोपण

विश्व पर्यावरण दिवस पर किया पौधरोपण

वाराणसी (रणभेरी)। अग्रणी समाजिक संस्था संकल्प के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पार्वतीपुरी कालोनी, गुरूबाग कमच्छा स्थित पार्क में वृक्षारोपण किया गया। संस्था के संरक्षक अनिल कुमार जैन ने कहा कि वृक्ष प्रकृति की अनमोल उपहार है यह हमारे पर्यावरण तथा मानव जीवन का संरक्षक है। जिस प्रकार प्रत्येक मनुष्य की अपनी विशेषता है उसी प्रकार प्रत्येक वृक्ष की अपनी विशेषता है। वस्तुत: इस पृथिवी पर यदि वृक्ष न हो तो हमारा जीवन खतरे में पड़ जाएगा।  उन्होन लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए कहा भौतिक संसाधनों की होड़ में मनुष्य पर्यावरण का बेहिसाब दोहन कर रहा है। कुछ दशकों तक हराभरा यह शहर अब कंकरीट के जंगल में तब्दील हो गया है, वातावरण प्रदुषित होने के कारण हम तमाम तरह की बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं। कुछ पल शुद्ध वातावरण में गुजारने के लिए भी लोगों को पार्क, बगीचों की तलाश में लम्बे फासले तय करने पड़ रहे है। फिर भी हम मनुष्य अपने और अपनी अगली पीढ़ी के भविष्य को लेकर लापरवाह मूक दर्शक बने हुए है। वैश्विक कोरोना महामारी के दूसरी लहर में आक्सीजन के महत्व को लोग अच्छी तरह से समझ चुके है। आपके घरों के आसपास जितना अधिक पेड़ रहता है, आपके वातावरण में आक्सीजन का लेबल उतना ही अधिक रहता है। ऐसे में हम नगरवासियों को अपने शहर में आक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए एवं प्रदूषण से बचाने के लिए एक प्रयास अवश्य करना चाहिए। यह लक्ष्य एक अकेले के द्वारा हासिल नहीं हो सकता, लेकिन एक एक मिलकर अगर सब ने पहल किया तो हमारे शहर में लाखों की संख्या में वृक्ष लगाए जा सकते हैं, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि हर किसी को, समाज के हर इकाई को यह जिम्मेदारी लेनी होगी। काशीवासी से अनुरोध है कि कृपया अपने घर के आसपास एक पेड़ अवश्य लगाएं। जो पेड़ लगाए उसका संरक्षण भी अपने बच्चे की तरह जिम्मेदारी के साथ स्वयं करें। सबके आंशिक प्रयास से 4 से 5 सालों में ही यह शहर एक बार फिर हरा भरा हो जाएगा।  विश्व में कितने ही प्राचीन नगर है जो खंडहर बन गए पर यह नगर आज भी जिन्दा है। काशी में आज भी लोग आते हैं, खुश रहते हैं, मस्त रहते हैं। आज भी यहां की संस्कृति, परंपरा, आध्यात्म, कला को विश्व के हर कोने से लोग देखने आते हैं। हमारा संकल्प और प्रयास पूरी दुनिया में एक मिसाल बन सकता है। इस अवसर पर संस्था की गीता जैन, गातिका जैन, डॉ. हर्षित जैन, डॉ. आंचल अग्रवाल जैन, राजकपूर, गीतिका जैन प्रमुख रूप से मौजूद रही।
विश्व पर्यावरण दिवस पर ली पर्यावरण संरक्षण की शपथ

 विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित किये गये विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के क्रम में सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा भंदहा कला में संचालित ई लाइब्रेरी एवं स्टडी सेंटर की बालिकाओं ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए शपथ लिया। केंद्र के आप पास स्वच्छता अभियान चलते हुए सिंगल यूज पॉलीथिन का प्रयोग न करने का संकल्प लिया गया. पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी द्वारा 8 सूत्रीय पर्यावरणीय शपथ में   अपने जीवन काल में कम से कम 10 पौधों का रोपण करने और उसे बचाने,  अपने घर विद्यालय , कार्यालय के आस पास सफाई रखने, प्राकृतिक संसाधनों का कम से कम दोहन करने, जल संरक्ष्ण एवं अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने और नदियों तालाबो में गंदगी न करने जैसे संकल्प शामिल रहे। इस अवसर पर संस्था के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाने की औपचारिकता से ऊपर उठ कर पौधों को सुरक्षित रख कर वयस्क पेड़ बनाने तक की जिम्मेदारी लेनी होगी अन्यथा आने वाले वर्षों में भीषण गर्मी से जीवन कठिन हो जाएगा। इस अवसर पर सुनीता, शब्बो, पूनम, अंशिका, नेहा, प्रीति, मोनी, निधि, सारिका, प्रिया, प्रियंका, साधना पाण्डेय, प्रदीप सिंह, महेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
जन-जन को जगाना है, पर्यावरण को बचना है

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सराय नंदन वार्ड की महिलाओं को नई सुबह एक उम्मीद सामाजिक संस्था के द्वारा  आक्सीजन देने वाले, फल देने वाले, औषधि युक्त तथा लाभकारी पौधे बांटे गए तथा पौधारोपण भी किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन संस्था अध्यक्ष ममता ने किया। महिलाओं को जागरुक करते हुए ममता ने बताया कि वर्तमान समय में अत्यधिक गर्मी पड़ने का बहुत बड़ा कारण पेड़ों का अनियंत्रित कटाई है जब पेड़ ही नहीं रहेंगे तो पृथ्वी पर लोगों को आॅक्सीजन कैसे मिलेगा और इस कार्य में आम जनमानस तथा विकसित होते देश जहां पर विकास क्षेत्र के कार्यों के लिए पेड़ों को बड़ी तेजी से काट दिया जाता है लेकिन उसके स्थान पर नए पौधे नहीं लगाए जाते जिस कारण से  पृथ्वी पर आॅक्सीजन की कमी, प्रदूषण में बढ़ोतरी, चक्रवात, तूफान, बाढ़, महामारी, आदि जैसी भयंकर समस्याएं हमारे सामने आती रहती हैं। इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए हम सभी को जागरुक होकर एक साथ आगे आना होगा तभी जाकर के हमारी पृथ्वी स्वच्छ , सुंदर तथा हरी-भरी रह पायेगी। जिसमें हम और हमारी पीढ़ियां खुलकर सांस ले पायेगी और अच्छे से जीवन यापन कर पायेगी इसलिए आज पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर हम सभी को मिलकर यह संकल्प लेना होगा की हम पेड़ - पौधे का सम्मान करेंगे ,अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएंगे, उनका संरक्षण करेंगे क्योंकि एक पेड़ सा पुत्र के समान माना जाता है। संस्था के द्वारा महिलाओं को पौधे बांटे गए तथा पौधारोपण भी किया गया। घर-घर जाकर महिलाओं ने लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने तथा अपने गली मोहल्ले में साफ- सफाई रखने की प्रति लोगों को जागरूक किया। इस अभियान में संस्था के विजय कुमार (समाज सेवक), मोहम्मद अनीस , करम भारती, मंगलेश्वर प्रसाद तथा किरन देवी ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम के दौरान लालती देवी ,जैनब खातून, शशि कला, प्रमिला, पार्वती देवी, बसंती देवी, राधा आदि महिलाएं उपस्थित रही।
पर्यावरण दिवस पर बच्चों ने निकाली पर्यावरण संरक्षण रैली

विश्व पर्यावरण दिवस पर ग्रामीण क्षेत्र में हर ओर विभिन्न संगठनों ने पौधारोपण कर हरियाली का संदेश दिया। अवादा फाउंडेशन ने नागेपुर और जयापुर में पीपल, जामुन और हरिशंकरी के पौधे रोपे गए। ट्रस्टी रितु पटवारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षित नहीं किया तो मानव जाति का जीवन संकट में पड़ जाएगा। पेड़-पौधे हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते हैं। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है। चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना जरूरी है। अवादा फाउंडेशन के मैनेजर दीपक कुमार जेना ने कहा हम सभी को अपने-अपने जीवन में एक पौधा लगाने और अन्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।पौध रोपण कार्यक्रम से पहले अवादा फाउंडेशन के बच्चो ने चित्र कला और गांव में रैली निकालकर  पर्यावरण के प्रति जागरूकता  अभियान के माध्यम से भी लोगो को जागरूक किया। पर्यावरण जागरूकता रैली में मुख्य रूप से अवादा फाउंडेशन के बच्चे और टीम अवादा उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में पौधरोपण

पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृहद पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि कुलपति प्रो आनंद कुमार त्यागी और विशिष्ठ अतिथि प्रो. अमिता सिंह कुलानुशासक महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ रहीं। इस अवसर पर परिसर में अतिथि द्वय के साथ परिसर प्रभारी डॉ. मनीष कुमार सिंह के साथ सभी 6 यूनिटों के कार्यक्रम अधिकारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक और सेविका उपस्थिति थे। जिसमें आम, अमरूद, नीम  और सागौन  के पेड़ लगाये गये और य़ह तय किया गया कि बरसात के दिनों मे 250 पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया  है  सभी ने परिसर को हरा भरा बनाये रखने का संकल्प लिया। माननीय कुलपति जी ने पर्यावरण संरक्षण पर बल देते हुवे परिसर के अलावा हर घर मे दो पेड़ लगाने का संकल्प लेने का आह्वान किया और साथ ही पर्यावरण संरक्षण पर बल दिया और कहा कि प्रकृति की ओर लौटे और प्रकृति को हरा भरा रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। अंत मे प्रभारी डॉ. मनीष कुमार सिंह ने  कुलपति एवं कुलानुशासक के परिसर आगमन पर आभार प्रकट किया इस अवसर पर परिसर के अध्यापक और कर्मचारी उपस्थिति थे।

बनारस रेल इंजन कारखाना में पौधरोपण

 बनारस रेल इंजन कारखाना में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस  पर महाप्रबंधक  सुशील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में संरक्षा विभाग द्वारा बृहद पैमाने पर पौधारोपण सहित विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाप्रबंधक  सुशील कुमार श्रीवास्तव एवं अन्य प्रमुख विभागाध्यक्ष गण प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर  सुब्रत नाथ, प्रमुख मुख्य इंजीनियर  विनोद कुमार शुक्ला, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी  जनार्दन सिंह, प्रधान वित्त सलाहकार  नीरज वर्मा, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त  रणवीर सिंह चौहान, प्रमुख मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश कुमार, मुख्य सतर्कता अधिकारी  अंकुर चंद्रा, मुख्य सामग्री प्रबंधक, लोको  त्रिलोक कोठारी, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, सर्विस इंजीनियर  नीरज जैन एवं मुख्य संरक्षा अधिकारी  एस. बी. पटेल ने पौधारोपण कर वातावरण को हरा भरा रखने का संदेश दिया।