आसमान से बरसी आग, तवे की तरह तपी काशी

आसमान से बरसी आग, तवे की तरह तपी काशी

वाराणसी (रणभेरी सं.)। बनारस समेत पूरे पूर्वांचल में इन दिनों गर्मी और लू ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। सूरज की तपिश इतनी तीव्र हो गई है कि मानो पूरी धरती तवे की तरह जलने लगी हो। शहर के रास्ते सूने पड़ गए हैं, लोग दोपहर में घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं और बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक गर्मी से परेशान हैं। हवा में नमी की कमी और लू की तीव्रता ने रात की नींद भी छीन ली है। लेकिन अब इन हालातों से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।ुबीएचयू के मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी 13 जून के बाद बंगाल की खाड़ी की तरफ से निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय होने के संकेत मिल रहे हैं, जिससे मानसून को गति मिलेगी और 14 जून के आसपास पूर्वांचल में हल्की बारिश की शुरूआत हो सकती है। वहीं, लखनऊ स्थित यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है कि 14 जून से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की बारिश देखने को मिल सकती है।


बुधवार को बनारस में अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से करीब 3.5 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 30.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कहीं ऊपर है। स्थिति इतनी विकराल है कि रात के समय भी गर्म हवा की लहरें चल रही हैं, जिनकी गति बुधवार को 26 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। पहले जहां लू केवल दिन में परेशान करती थी, अब वह रात में भी चैन नहीं लेने दे रही है।

हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अब यह भीषण गर्मी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी। 14 जून के बाद संभावित बारिश, नमी और बादलों की आवाजाही से तापमान में गिरावट आएगी। इससे न केवल दिन की तपिश में कमी आएगी बल्कि रात में भी लोगों को गर्म हवाओं से राहत मिलेगी। किसान, छात्र, मरीज और कामकाजी लोग इस संभावित राहत की ओर आशा से देख रहे हैं।
वर्तमान में लोगों को सलाह दी जा रही है कि दोपहर 12 से 4 बजे तक धूप से बचें, भरपूर पानी पिएं, और लू से बचाव के उपाय करें। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी वाटर प्वाइंट और शीतल पेयजल केंद्रों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि आम जनता को राहत मिल सके। मानसून के सक्रिय होते ही जहां एक ओर गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर किसानों के लिए यह खेती-किसानी की शुरूआत का भी संकेत होगा। अब सबकी नजरें 14 जून की संभावित बारिश पर टिकी हुई हैं।

भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से बिलबिलाए काशीवासी

वाराणसी में प्रचंड गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच बिजली कटौती ने आम लोगों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।  तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है, और ऐसे में घंटों बिजली गुल रहने से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विशेषकर शाम और रात के समय होने वाली कटौती से बुजुर्गों, बच्चों और बीमारों की हालत खराब हो रही है। कई मोहल्लों में रोजाना 4 से 6 घंटे की अनियमित कटौती हो रही है। पंखे, कूलर और एसी सब बेकार हो गए हैं। 

तेज बुखार और गैस्ट्राइटिस से पीड़ित 35 मरीज भर्ती

भीषण धूप के चलते बुधवार को तेज बुखार व गैस्ट्राइटिस से पीड़ित सौ से ज्यादा मरीज मण्डलीय अस्पताल में पहुंचे। इनमें 35 मरीज भर्ती करावे गगे। लगातार मरीजों के आने से कई वार्ड फूल हो गये। सिगरा के पास एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गयी। एक अन्य को भर्ती कराया गया हैं। सिगरा के विजया नगर मार्केट के पास बताया जाता हैं कि आज दोपहर करीब 45 एक व्यक्ति काही जा रहा था। अचानक गश खाकर गिर पड़ा। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे लेकर कबीरचौरा मण्डलीय अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल कर्मियों ने शव को मोचेरी में बंदकर दिया। आशंका है कि उक्त व्यक्ति कि मौत लू की चपेट में आने से हुई हैं। लेकिन मृत्यु के स्पष्ट कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। सिगरा के पास ही एक अन्य 60 वर्षीय व्यक्ति भी अचेत मिला हैं। उसका भी इसी अस्पताल में इलाज चल रहा हैं। मण्डलीय अस्पताल के बहिरंग विभाग में आज सुबह से लू से बीमार एक सौ से ज्यादा मरीज पहुंचे। तेज बुखार, पेट दर्द व गैस्ट्राइटिस से पीड़ित 35 मरीज भर्ती हुए। लगातार मरीजों के आने से आकस्मिक विभाग के दो वार्ड व मेडिकल वार्ड फूल हो गये हैं। भर्ती मरीजों में शहर के विभिन्न क्षेत्रों के निवासी अमरावती देवी, खुशबू, दिनेश लाल यादव, महफूज आलम, नरगिस बानो, वंदना सिंह, यासमीन रोशन, मुस्ताक अहमद, कामरान, सविता, विशाल, अरविंद कुमार, प्रियंका यादव, विजय पांडे, राजकुमारी, विकास, पार्वती देवी, विशाल कुमार, रिद्धि, अजीजुर रहमान, गोविंद समेत 35 मरीज शामिल हैं।