गंगा दशहरा पर काशी में दिखेगा देव दीपावली जैसा नजारा... हवाओं में गूंजेंगे मंत्र, अस्सी घाट पर माता को लगेगा 56 प्रकार का भोग

वाराणसी (रणभेरी): इस बार गंगा दशहरा पर काशी में देव दीपावली का भव्य नजारा जीवंत होगा। गंगा दशहरा के पावन अवसर पर दशाश्वमेध घाट पर भव्य दृश्य का नज़ारा देखने को मिलेगा। आस्था, भक्ति और संस्कृति के रंग में रंगने जा रही है एक बार फिर से काशी। अस्सी से नमोघाट यानी 84 घाटों तक गंगा पूजन, आरपार की माला के साथ ही गंगा आरती के विविध आयोजन होंगे। गंगा आरती में इस बार उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के शामिल होने की संभावना है। गंगा सेवा निधि की ओर से उपराष्ट्रपति को न्योता भेजा गया है।
पांच जून को गंगा दशहरा पर प्रातः से ही आयोजन प्रारंभ हो जायेंगे। श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर गंगा पूजन का आयोजन होगा। इसके साथ ही दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा देव दीपावली की तर्ज पर विशेष गंगा पूजन और महाआरती का आयोजन किया जाएगा।
दशाश्वमेध घाट समेत सभी गंगा के घाटों को दीपों से सजाया जाएगा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। गंगोत्री सेवा समिति के पं. दिनेश शंकर दुबे ने बताया कि गंगा के घाटों पर हर दिन मां गंगा की आरती होती है।
लेकिन साल में देव दीपावली और गंगा दशहरा पर महाआरती होती है। गंगा दशहरा के महापर्व पर दशाश्वमेध घाट पर 11 ब्राह्मण मां गंगा की महाआरती उतारेंगे। आरती में 21 कन्याएं रिद्धि-सिद्धि के रूप में चंवर डुलाएंगी। गंगा दशहरा की शाम का यह भव्य नजारा श्रद्धालु और पर्यटकों को देव दीपावली की भव्यता का अहसास कराएगा। अष्टधातु की 108 किलो वजनी मां गंगा की प्रतिमा श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु स्थापित की जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला रात 11:30 बजे तक जारी रहेगी।
वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा दशहरा के दिन भव्य आयोजन किया गया है इस दिन सुबह माता को चुनरी चढ़ाई जाएगी। जिसके लिए करीब 5000 साड़ियां बनारस सहित आसपास के जनपदों से आया है। इसके अलावा शाम को गंगा आरती के बाद माता को 56 प्रकार का भोग अर्पित किया जाएगा और सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकार अपने गीतों से माहौल को भक्तिमय बना देंगे। आयोजक श्रवण मिश्रा ने बताया कि इस दिन प्रभु राम लाल के द्वितीय तल पर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है उस उपलक्ष्य में प्रभु राम की भव्य रंगोली भी अस्सी घाट पर बनाई जाएगी।