नगर निगम के गैरजिम्मेदाराना रवैये पर ई-रिक्शा चालकों ने खोला मोर्चा
ई-रिक्शा चालकों ने स्टैंड के नाम पर जबरन वसूली का लगाया आरोप
कहा- अब तक न स्टैंड मिला और न ही पार्किंग, वाहन स्टैंडों पर जारी है मनमानी, नारेबाजी भी किया
वाराणसी (रणभेरी सं.)। जिम्मेदारों के गैरजिम्मेदाराना रवैये से अजीज आकर ई-रिक्शा चालकों ने नगर निगम कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। टोटो चालक यूनियन का कहना है कि शहर में चालकों के लिए स्टैंड की व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद नगर निगम पर्ची काट रहा है। कार्यालय के मुख्य गेट पर ई-रिक्शा चालक अपना टोटो लेकर निगम के अधिकारियों के खिलाफ एक घंटे तक जमकर नारेबाजी की। ई-रिक्शा यूनियन के प्रवीण काशी ने कहा- पिछले तीन महीने से हम लोग नगर निगम को ज्ञापन दे रहे हैं कि हमारे लिए स्टैंड की व्यवस्था और चार्जिंग पॉइंट बनाया जाए। हमें आश्वासन दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम लोग 4 घंटे के लिए अस्थाई स्टैंड को 10 रुपए देते हैं। उन्होंने कहा कि मांग नहीं पूरी हुई तो हम लोग पर्ची का बहिष्कार करेंगे।
उन्होंने कहा- हम लोगों के लिए ऑटो स्टैंड की व्यवस्था नहीं है जिसके कारण पुलिस वाले भी हम लोगों के साथ उत्पीड़न करते हैं। वह कभी हमारे तार को नोच देते हैं। कभी लाइटों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। उन्होंने कहा कि इसको लेकर हम लोग पुलिस कमिश्नर से भी शिकायत करेंगे कि हम लोगों के साथ इस तरह का भेदभाव ना किया जाए।
टोटो चालकों के विरोध को देखते हुए अपर नगर आयुक्त अनिल यादव मुख्य गेट पर पहुंचे। उन्होंने टोटो चालकों से बातचीत की। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। शहर में स्टैंड में वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने स्टैंड की संख्या 16 से बढ़कर 24 कर दी है। उन्होंने कहा कि जो भी अपने जमीन पर निजी स्टैंड खोलना चाहता है, वह नगर निगम में आवेदन कर सकता है, 6 जुलाई से टेंडर खोल दिया जाएगा। बता दें शहर के 22 हजार ई-रिक्शा चालकों को अब तक न स्टैंड मिला और न ही पार्किंग की सुविधा मिली। इसे लेकर शहर की कानून व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। वर्तमान में शहर के 40 वाहन स्टैंडों पर नगर निगम 12 कर्मचारियों की मदद से पर्ची काटी जा रही है। प्रति ई रिक्शा 10 रुपये शुल्क भी लिया जा रहा है। बावजूद इसके आए दिन वाहन स्टैंडों पर मनमानी जारी है। नगर निगम की ओर वाहन स्टैंडों को दुरुस्त कराने के लिए नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन को जिम्मेदारी दी है। जल्द ही वाहन स्टैंडों के आसपास पत्थर के डिमार्केशन लगवाए जाएंगे। एक तरफ से ई रिक्शा जाएंगे और दूसरी ओर से बाहर निकलेंगे। लोकसभा चुनाव के पूर्व बैठक में तय हुआ था कि सभी मांगों को पूरा कराया जाएगा। चुनाव बीतने के बाद एक भी मांग पूरी नहीं हुई। ई रिक्शा चालक को स्टैंड, पार्किंग और चार्जिंग की सुविधा अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई। इस बीच पुलिस प्रशासन का रवैया ठीक नहीं है। इस दौरान प्रवीण काशी, रा. अध्यक्ष अखिल भारतीय ई रिक्शा चालक यूनियन, घनश्याम यादव, सुमित कुमार बिन्द, अमित कुमार, त्रिभुवन प्रसाद, सागर साहनी, राजू दुबे सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
ये है मांग-
1. समुचित स्टैंड की व्यवस्था न होना।
2. टोटो चालकों से कार निगम के नाम पर राजस्व शुल्क की आड़ में आम चालकों के साथ दुर्व्यवहार बंद हो ।
3. नगर निगम द्वारा जो स्टैण्ड मुहैया कराया गया है, जो अपर्याप्त है।
4. नगर निगम से अपेक्षा की जाती है कि नगर निगम द्वारा स्थापित स्टैंड का विस्तारीकरण भी किया जाए5. नगर निगम यातायात पुलिस विभाग को सूचित कर नगर निगम के स्टैंडो के आस-पास "नो पार्किंग" का चालान बंद किया जाए।
6. जब तक स्टैंड की व्यवस्था न हो जाए तब तक नगर निगम शुल्क लेना बंद करे।
7. नगर निगम स्पष्ट करे कि वह स्टैंड/पार्किंग का पैसा ले रहा ना कि रोड टैक्स।
8. सभी टोटो/ई रिक्शा चालकों को गाड़ी सस्ते दर पर चार्ज करने हेतु सरकारी रेट पर चार्जिंग स्थल की अविलंब व्यवस्था करे।
9. जहाँ पर स्टैंड और पार्किंग है उस रूट पर टोटो चालक का अधिकार है कृपया ना स्टैंड खत्म करें ना हमारा रूट बंद करें, बंद रूट को व्यवस्थित ढंग से दुरंत चालू किया जाए।